"बाल गंगाधर तिलक": अवतरणों में अंतर

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'''बाल गंगाधर तिलक''' (अथवा '''लोकमान्य तिलक''', मूल नाम '''केशव गंगाधर टिळक''', 23 जुलाई 1856 - 1 अगस्त 1920), एक [[भारतीय राष्ट्रवाद]]ी, [[शिक्षक]], [[भारतीय समाजसुधारक|समाज सुधारक]], [[अधिवक्ता|वकील]] और एक स्वतन्त्रता सेनानी थे। ये [[भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन|भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम8संग्राम]] के पहले लोकप्रिय नेता हुए; ब्रिटिश औपनिवेशिक प्राधिकारी उन्हें "भारतीय अशान्ति के पिता" कहते थे। उन्हें, "लोकमान्य" का आदरणीय शीर्षक भी प्राप्त हुआ, जिसका अर्थ हैं लोगों द्वारा स्वीकृत (उनके नायक के रूप में)।<ref name="Lokamany Tilak: Father of Indian Unrest and Maker of Modern India">{{cite book|title=Lokamany Tilak: Father of Indian Unrest and Maker of Modern India|year=1956|publisher=John Murray; 1st Edition (1956)|url=http://www.amazon.com/Lokamany-Tilak-Father-Indian-Unrest/dp/B0006D9MV4|author=D. V. Tahmankar|accessdate=5 February 2013|archive-url=https://web.archive.org/web/20130709083051/http://www.amazon.com/Lokamany-Tilak-Father-Indian-Unrest/dp/B0006D9MV4|archive-date=9 जुलाई 2013|url-status=live}}</ref> ।<ref name="patrika">लोकमान्य टिळक ने ही गणेश उत्सव की शुरुआत की।{{cite news|title=पूर्ण स्वराज के लिए लड़ने वाले लोकमान्य टिळक का जन्म दिन है आज|url=http://www.patrika.com/news/today-is-birthday-of-bal-gangadhar-tilak/1019422|accessdate=१ अगस्त २०१४|work=पत्रिका समाचार समूह|date=१ अगस्त २०१४|archive-url=https://web.archive.org/web/20140808052236/http://www.patrika.com/news/today-is-birthday-of-bal-gangadhar-tilak/1019422|archive-date=8 अगस्त 2014|url-status=live}}</ref>
 
लोकमान्य तिलक जी [[ब्रिटिश राज]] के दौरान [[स्वराज]] के सबसे पहले और मजबूत अधिवक्ताओं में से एक थे, तथा भारतीय अन्तःकरण में एक प्रबल आमूल परिवर्तनवादी थे। उनका [[मराठी भाषा]] में दिया गया नारा "स्वराज्य हा माझा जन्मसिद्ध हक्क आहे आणि तो मी मिळवणारच" (स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर ही रहूँगा) बहुत प्रसिद्ध हुआ। उन्होंने [[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] के कई नेताओं से एक क़रीबी सन्धि बनाई, जिनमें [[बिपिन चन्द्र पाल]], [[लाला लाजपत राय]], [[अरविन्द घोष]] और [[वी० ओ० चिदम्बरम पिल्लै]] शामिल थे।