"कृषि विज्ञान": अवतरणों में अंतर

No edit summary
No edit summary
पंक्ति 19:
कृषि विज्ञान का जैविकीय विज्ञान से निकट का संबंध है, तथा कृषि वैज्ञानिक कृषि से जुड़ी समस्याओं को हल करने में [[जीव विज्ञान|जीवविज्ञान]], [[रसायन विज्ञान]], [[भौतिक शास्त्र|भौतिकी]], [[गणित]] और अन्य विज्ञानों के सिद्वान्तों का प्रयोग करते हैं। वे मौलिक जैविकीय अनुसंधानों तथा जैव-प्रौद्योगिकी के जरिए प्राप्त ज्ञान को कृषि की उन्नति के लिए लागू करने के लिए अक्सर जैविक वैज्ञानिकों के साथ मिलकर कार्य करते हैं।
 
कई कृषि वैज्ञानिक मौलिक या अनुप्रयुक्त अनुसंधान तथा विकास के क्षेत्र में कार्य करते हैं। अन्य अनुसंधान और विकास कार्यों का प्रबंधन तथा संचालन करते हैं अथवा उन कम्पनियों में विपणन या उत्पादन कार्यों का प्रबंधन करते हैं जो खाद्य उत्पादों या कृषि रसायनों के उत्पादन, आपूर्ति तथा मशीनरी से जुड़ी हैं। कुछेक कृषि वैज्ञानिक बिजनेस फर्मों, निजी ग्राहकों या सरकार के परामर्शदाता के तौर पर कार्य करते हैं।
 
के तौर पर कार्य करते हैं। कृषि वैज्ञानिकों के विशेषज्ञता के क्षेत्र के अनुरूप उनके द्वारा किए जाने वाले कार्यों की प्रकृति में भिन्नता रहती है।
==कृषिविज्ञान की शाखाएँ ==
के तौर पर कार्य करते हैं। कृषि वैज्ञानिकों के विशेषज्ञता के क्षेत्र के अनुरूप उनके द्वारा किए जाने वाले कार्यों की प्रकृति में भिन्नता रहती है।
 
'''खाद्य विज्ञान''' : खाद्य वैज्ञानिक या प्रौद्योगिकीविद सामान्यतः खाद्य संसाधन उद्योग, विश्वविद्यालयों या संघीय सरकार में नियुक्त किए जाते हैं। वे स्वास्थ्यपरक, सुरक्षित और सुविधाजनक खाद्य उत्पादों की उपभोक्ताओं की मांग को पूरा करने में मदद करते हैं।
Line 29 ⟶ 31:
 
'''पशुविज्ञान''' : पशु वैज्ञानिकों का कार्य है मांस, कुक्कुट, अण्डों तथा दूध के उत्पादन तथा प्रोसेसिंग के बेहतर और अधिक कारगर तरीकों का विकास करना। डेयरी वैज्ञानिक, पशु प्रजनक तथा अन्य संबद्व वैज्ञानिक घरेलू फार्म पशुओं के आनुवंशिकी, पोषण, प्रजनन, विकास तथा उत्पादन से जुड़े अध्ययन करते हैं।
 
*[[सस्यविज्ञान]] (Agronomy) : भूमि व फसलों का प्रबंधन का अध्ययन इस शाखा के अंतर्गत किया जाता है।
 
*[[घास–विज्ञान]] (Agrostology) : [[घास|घासों]] के अध्ययन का विज्ञान।
 
*[[मधुमक्खीपालन]] (Apiculture) : व्यापारिक स्तर पर [[शहद]] उत्पादन हेतु किया जाने वाला [[मधुमक्खी]] या मौन पालन कार्य।
 
*[[वृक्षोत्पादन विज्ञान]] (Arboriculture) : विशेष प्रकार के वृक्षों तथा झाड़ियों की कृषि जिसमें उनका संरक्षण और संवर्द्धन भी शामिल है।
 
*[[वनस्पति विज्ञान]] (Botany) : पौधों के जीवन से संबंधित प्रत्येक विषय का अध्ययन।
 
*[[उद्यान कृषि]] (Horticulture) : फल-फूल, सब्जियों, सजावटी पौधों आदि के उगाने एवं प्रबंधन का अध्ययन।
 
*[[जल-संवर्धन]] (Hydroponics) : यह [[मृदा]]रहित कृषि के अध्ययन का विज्ञान है।
 
*[[पुरावनस्पति विज्ञान]] (Palaeobotany) : पौधों के जीवाश्मों (Fossils) के अध्ययन का विज्ञान
 
* फाइटोजेनी (Phytogeny) : पौधों की उत्पत्ति एवं उनके विकास के अध्ययन का विज्ञान।
 
*[[फलकृषि विज्ञान]] (Pomology) : इसके अंतर्गत फलों के उत्पादन, श्राद्ध सुरक्षा एवं उनकी नस्ल सुधार का अध्ययन किया जाता है।
 
*[[रेशमकीट पालन]] (Sericulture) : व्यापारिक स्तर पर की जाने वाली [[रेशम]]कीट पालन की क्रिया जिसमें [[शहतूत]] आदि वृक्षों पर रेशन कीट उत्पन्न किये जाते हैं।
 
*[[पुष्पोत्पादन]] (Floriculture) : व्यापारिक स्तर पर [[पुष्प|फूलों]] की खेती।
 
*[[अश्वोत्पादन]] (Horsiculture): सवारी और यातायत के लिए उन्नत प्रजाति के [[घोड़ा|घोड़ों]] और [[खच्चर|खच्चरों]] के व्यापारिक स्तर पर पालने की क्रिया।
 
* मेरीकल्चर (Mericulture): व्यापारिक उद्देश्यों की पूर्ति हेतु समुद्री जीवों के उत्पादन की क्रिया।
 
* [[शाक-भाजी उत्पादन]] (Olericulture) : जमीन पर फैलने वाली विभिन्न प्रकार के शाक-भाजियों की कृषि।
 
*[[मत्स्यपालन]] (Pisiculture): व्यापारिक स्तर पर की जाने वाली [[मछली]] पालन की क्रिया।
 
*[[वन-वृक्ष विज्ञान]] (Silviculture): [[वन|वनों]] के संरक्षण एवं संवर्द्धन से संबंधित विज्ञान।
 
*[[द्राक्षोत्पादन]] या अंगूरोत्पादन (Viticulture): व्यापारिक स्तर पर की जाने वाली अंगूर उत्पादन (अंगूर की खेती) की क्रिया
 
* वेजीकल्चर (Vegeculture) : दक्षिण पूर्व एशिया में आदि मानव द्वारा सर्वप्रथम की गई वृक्षों की आदिम कृषि।
 
* ओलिविकल्चर (Olivieculture) : व्यापारिक स्तर पर [[जैतून]] की कृषि।
 
*[[कृमिपालन]] या केंचुआ-पालन (Vermiculture): व्यापारिक स्तर पर की जाने वाली [[केंचुआ]] पालन की क्रिया।
 
==सन्दर्भ==