"शीत ऋतु": अवतरणों में अंतर

टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
छो 2401:4900:5238:FFCC:0:20:A0BA:B301 (Talk) के संपादनों को हटाकर 103.151.230.197 के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
टैग: वापस लिया मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन उन्नत मोबाइल संपादन
पंक्ति 17:
{{टिप्पणीसूची}}वर्षा ऋतु की समाप्ति के पश्चात् शरद् ऋतु का आगमन होता है । पंचवटी में श्रीराम-लक्ष्मण से शरदागम का वर्णन करते हुए कहते हैं:
 
'''वर्षा विगत सरद रितु आई । लछिमन देखहू परम सुहाई ।। फूले कास सकल महि छाई । जनु बरसा कृत प्रगट बुढ़ाई ।।'''vikash
 
आश्विन और कार्तिक शरद् ऋतु के दो मास होते हैं । इस ऋतु में सूर्य पिंगल और उष्ण होता है । आकाश निर्मल और कहीं-कहीं श्वेत वर्ण मेघ युक्त होता है । सरोवर कमलों सहित हंसों से शोभायमान होते हैं । सूखी भूमि चीटियों से भर जाती है ।