"बुंदेली भाषा": अवतरणों में अंतर

अबई अबई
टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
Fixed typo.
पंक्ति 1:
{{स्रोतहीन|date=जुलाई 2020}}
'''बुंदेली''' भारत के एक विशेष क्षेत्र [[बुन्देलखण्ड]] में बोली जाती है। यह कहना बहुत कठिन है कि बुंदेली कितनी पुरानी बोली हैं लेकिन ठेठ बुंदेली के शब्द अनूठे हैं जो सादियोंसदियों से आज तक प्रयोग में आ रहे हैं। बुंदेलखंडी के ढेरों शब्दों के अर्थ [[बाङ्ला भाषा|बंग्ला]] तथा [[मैथिली भाषा|मैथिली]] बोलने वाले आसानी से बता सकते हैं।
 
प्राचीन काल में बुंदेली में शासकीय पत्र व्यवहार, संदेश, बीजक, राजपत्र, मैत्री संधियों के अभिलेख प्रचुर मात्रा में मिलते है। कहा तो यह‍ भी जाता है कि [[औरंगज़ेब|औरंगजेब]] और [[शिवाजी]] भी क्षेत्र के हिंदू राजाओं से बुंदेली में ही पत्र व्यवहार करते थे। एक-एक क्षण के लिए अलग-अलग शब्द हैं। गीतो में प्रकृति के वर्णन के लिए, अकेली संध्या के लिए बुंदेली में इक्कीस शब्द हैं। बुंदेली में वैविध्य है, इसमें [[बांदा, उत्तर प्रदेश|बांदा]] का अक्खड़पन है और [[नरसिंहपुर]] की मधुरता भी है।