"मानवता मंदिर": अवतरणों में अंतर

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पंक्ति 11:
|page=29-30
|language=[[हिंदी]]
|ISBN=9788190550116}}</ref> इस मंदिर में फकीर के [[गुरु]] [[शिव ब्रत लाल]] की मूर्ति स्थापित है और साथ ही [[संत मत]], [[राधास्वामी मत]] और [[सूफ़ी]] मत के अन्य प्रमुख गुरुओं की तस्वीरें भी लगी हैं। मंदिर के परिसर में फकीर की समाधि उस स्थान पर बनाई गई है जहाँ उनके वसीयतनामे के अनुसार उनकी अस्थियाँ गाड़ीको समाधि दी गई हैं।है। इस पर मानवता का झंडा लहराया गया है। यद्यपि फकीर के संत मत (दयाल फकीर मत) में समाधि आदि का कोई स्थान नहीं है, तथापि इस संबंध में की गई उनकी वसीयत का तात्पर्य मानवता की नि:स्वार्थ सेवा से रहा है।<ref>{{cite web
|url=http://bhagatshaadi.com/megh/Sant%20Satguru%20Vaqt%20Ka%20Vasiyatnama.pdf.
|title=संत सत्गुरु वक्त का वसीयतनामा
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|page=173, 183, 184
|language=[[हिंदी]]
|ISBN=9788190550116}}</ref> फकीर लाइब्रेरी चैरीटेबल ट्रस्ट इस मंदिर का कामकाज देखता है. मंदिर में ही शिव देव राव एस.एस.के. हाई स्कूल चलाया जा रहा है जहाँ विद्यार्थियों से कोई फीस नहीं ली जाती.जाती। तथापि उनके माता-पिता को एक वचन-पत्र देना पड़ता है कि वे तीन से अधिक बच्चे पैदा नहीं करेंगे.करेंगे।<ref>{{cite web
|url=http://bhagatshaadi.com/megh/Sant%20Satguru%20Vaqt%20Ka%20Vasiyatnama.pdf.
|title=संत सत्गुरु वक्त का वसीयतनामा
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|page=172
|language=[[हिंदी]]
|ISBN=9788190550116}}</ref> मंदिर के कार्यकलापों में एक द्विमासिक पत्रिका 'मानव-मंदिर' का प्रकाशन भी है.है। <ref name="novelguideguide.com">http://www.novelguide.com/a/discover/ear_01/ear_01_00174.html. अभिगमन तिथि 2009-11-01</ref> ट्रस्ट एक मुफ्त डिस्पेंसरी के साथ-साथ मुफ्त लंगर भी चलाता है। ट्रस्ट के द्वारा रखरखाव किए जा रहे पुस्तकालय में बहुत पुस्तकें है जिनमें शिव ब्रत लाल, फकीर चंद और कई अन्य संतों की दुर्लभ पुस्तकें संग्रहित हैं। विश्व में बाबा फकीर चंद के अनुयायियों और उनके आगे अनुयायियों की संख्या लाखों में है। संयुक्त राज्य अमेरिका में और कनाडा में भी इनके कुछ अनुयायी हैं।
==यह भी देखें==
*[[बाबा फकीर चंद]]