"ओड़िया साहित्य": अवतरणों में अंतर
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कालिंदीचरण पाणिग्राही, वैकुंठनाथ पट्टनायक, हरिहर महापात्र, शरच्चंद्र मुखर्जी और अन्नदाशंकर राय ने "सबुज कवित्व" से सबुज युग का श्रीगणेश किया है। "वासंती" उपन्यास इनके संमिलित लेखन का फल है।
इसके बाद '''प्रगतियुग''' या अत्याधुनिक युग आता है। सच्चिदानंद राउतराय इस युग के प्रसिद्ध लेखक हैं। इनकी रचनाओं में "पल्लीचित्र", "पांडुलिपि" आदि प्रधान हैं। आधुनिक समय में उपन्यासकार गोपीनाथ महांति, कान्हुचरण महांति, सुरेन्द्र महांति, नित्यानंद महापात्र, क्षुद्रगाल्पिक गोदावरीश महापात्र, कथाकार मनोज दास आदि प्रमुख हैं। आधुनिक ओडिया कवियों में राधामोहन गडनायक, भानुजी राओ, रवि सिंह, सिताकांत महापात्र, प्रतिभा शतपथि, हरप्रसाद दास, रामकृष्ण नन्द, रमाकान्त रथ, सच्चि राउतराय, सौरीन्द्र बारीक, जगन्नाथ प्रसाद दास, तपन कुमार प्रधान, हलधर नाग आदि हैं ।
== इन्हें भी देखें ==
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