"लता मंगेशकर": अवतरणों में अंतर
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लता मंगेशकर की अंतिम संस्कार के बारे मे एवं अंतिम संस्कार किसने किया और किन लोगों ने उनकी आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की। टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
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इनकी मृत्यु [[कोविड-19|कोविड]] से जुड़े जटिलताओं से 6 फरवरी 2022 को [[मुम्बई]] के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में हुई। वे कुछ समय से बीमार थीं। उनकी महान गायकी और सुरमय आवाज के दीवाने पूरी दुनिया मे हैं।<ref>{{Cite web|url=https://www.bbc.com/hindi/india-50377060|title=लता मंगेशकर नहीं रहीं, 92 साल की उम्र में निधन|date=2022-02-06|website=BBC News हिंदी|language=hi|access-date=2022-02-06}}</ref> प्यार से सब उन्हें 'लता दीदी' कहकर पुकारते हैं।
== बचपन ==
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हालाँकि लता का जन्म इंदौर में हुआ था लेकिन उनकी परवरिश [[महाराष्ट्र]] मे हुई। वह बचपन से ही गायक बनना चाहती थीं। बचपन में [[कुन्दन लाल सहगल]] की एक फ़िल्म चंडीदास देखकर उन्होने कहा था कि वो बड़ी होकर सहगल से शादी करेगी। पहली बार लता ने [[वसंग जोगलेकर|वसंत जोगलेकर]] द्वारा निर्देशित एक फ़िल्म ''कीर्ती हसाल'' के लिये गाया। उनके पिता नहीं चाहते थे कि लता फ़िल्मों के लिये गाये इसलिये इस गाने को फ़िल्म से निकाल दिया गया। लेकिन उसकी प्रतिभा से वसंत जोगलेकर काफी प्रभावित हुये।
पिता की मृत्यु के बाद (जब लता सिर्फ़ तेरह साल की थीं), लता को पैसों की बहुत किल्लत झेलनी पड़ी और काफी संघर्ष करना पड़ा। उन्हें अभिनय बहुत पसंद नहीं था लेकिन पिता की असामयिक मृत्यु की कारण से पैसों के लिये उन्हें कुछ [[हिन्दी]] और [[मराठी भाषा|मराठी]] फिल्मों में काम करना पड़ा। अभिनेत्री के रूप में उनकी पहली फिल्म ''पाहिली मंगलागौर'' ([[१९४२|1942]]) रही, जिसमें उन्होंने स्नेहप्रभा प्रधान की छोटी बहन की भूमिका निभाई। बाद में उन्होंने कई फ़िल्मों में अभिनय किया जिनमें, ''माझे बाल'', ''चिमुकला संसार'' ([[१९४३|1943]]), ''गजभाऊ'' ([[१९४४|1944]]), ''बड़ी माँ'' ([[१९४५|1945]]), ''जीवन यात्रा'' ([[१९४६|1946]]), ''माँद'' ([[१९४८|1948]]), ''[[शिवाजी|छत्रपति शिवाजी]]'' ([[१९५२|1952]]) शामिल थी। ''बड़ी माँ'' में लता ने '''[[नूर जहाँ|नूरजहाँ]]''' के साथ अभिनय किया और उसके छोटी बहन की भूमिका निभाई [[आशा भोसले|आशा भोंसले]] ने। उन्होंने खुद की भूमिका के लिये गाने भी गाये और आशा के लिये पार्श्वगायन किया।
[[१९४५|1945]] में उस्ताद [[ग़ुलाम हैदर]] (जिन्होंने पहले नूरजहाँ की खोज की थी) अपनी आनेवाली फ़िल्म के लिये लता को एक निर्माता के स्टूडियो ले गये जिसमे [[कामिनी कौशल]] मुख्य भूमिका निभा रही थी। वे चाहते थे कि लता उस फ़िल्म के लिये पार्श्वगायन करे। लेकिन गुलाम हैदर को निराशा हाथ लगी।
[[१९४७|1947]] में वसंत जोगलेकर ने अपनी फ़िल्म ''आपकी सेवा में'' में लता को गाने का मौका दिया। इस फ़िल्म के गानों से लता की खूब चर्चा हुई। इसके बाद लता ने ''मज़बूर'' फ़िल्म के गानों "अंग्रेजी छोरा चला गया" और "दिल मेरा तोड़ा हाय मुझे कहीं का न छोड़ा तेरे प्यार ने" जैसे गानों से अपनी स्थिती सुदृढ की। हालाँकि इसके बावज़ूद लता को उस खास हिट की अभी भी तलाश थी।
[[१९४९|1949]] में लता को ऐसा मौका फ़िल्म "महल" के "आयेगा आनेवाला" गीत से मिला। इस गीत को उस समय की सबसे खूबसूरत और चर्चित अभिनेत्री [[मधुबाला]] पर फ़िल्माया गया था। यह फ़िल्म अत्यंत सफल रही थी और लता तथा [[मधुबाला]] दोनों के लिये बहुत शुभ साबित हुई। इसके बाद लता ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
; विविध
* पिता दीनानाथ मंगेशकर शास्त्रीय गायक थे।
* उन्होने अपना पहला गाना मराठी फिल्म '''कीर्ती हसाल''<nowiki/>' (कितना हसोगे?) (1942) में गाया था।
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