"कोशिका भित्ति": अवतरणों में अंतर
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[[चित्र:Eukaryota cell strucutre.PNG|thumb|225px|right|एक [[यूकैरियोटिक]] [[पादप]] [[कोशिका]] का चित्र, कोशिका भित्ति को हरे रंग से दिखाया गया है।]]
[[जीवाणु]] एवं वनस्पति कोशिकाओं में [[कोशिका झिल्ली]] के बाहर निर्जीव, पारगम्य तथा मोटी दीवाल पायी जाती है उसे ''''''कोशिका भित्ति'''''' कहते हैं। वनस्पति कोशिका में यह कोशिका झिल्ली के बाहर किन्तु जीवाणु में स्लाइम पर्त के नीचे रहती है। कुछ निम्न श्रेणी के एक कोशिकीय पौधे, वनस्पति की जनन कोशिका एवं प्राणी कोशिका में कोशिका भित्ति नहीं होती। कोशिका भित्ति का निर्माण सेलूलोज, पेक्टोज तथा अन्य निर्जीव पदार्थों द्वारा होता है। कोशिका भित्ति में दो परतें होती हैं जिनके मध्य लमेला नामक दीवाल होती है। कोशिका भित्ति का मुख्य कार्य [[कोशिका]] को आकृति प्रदान करना एवं [[प्रोटोप्लाज्म]] की रक्षा करना है।<ref>{{cite book |last=त्रिपाठी |first=नरेन्द्र नाथ |title= सरल जीवन विज्ञान, भाग-२|year=मार्च २००४ |publisher=शेखर प्रकाशन |location=कोलकाता |id= |page=८६-८७ |access-date= १७ सितंबर २००९}}</ref>
== सन्दर्भ ==
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