"प्रदूषण": अवतरणों में अंतर

No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल एप सम्पादन Android app edit
पंक्ति 1:
amrutam अमृतमपत्रिका, ग्वालियर मप्र
 
प्रदूषण से केसे बचें?...
 
दूषित वायु से बचाव के देशी इलाज क्या है,?..
 
भारत के लोगों को पता ही नहीं है कि 50 फीसदी बीमारियों की वजह प्रदूषण ही है!
 
प्रदूषण के काटने कौनसी बीमारियां बढ़ रहीं हैं और इणक आयुर्वेदिक उपचार क्या है?...
 
हम प्रदूषण से सुरक्षा कैसे करें?..
 
प्रदूषण के खतरे क्या हैं?..
 
भारत में ही प्रदूषण ज्यादा क्यों है?
प्रदूषण की 31 बातें आपको स्वस्थ्य रखते हुए 5 साल की उम्र बढ़ा देगी
सरकार का काम वाहन बेचकर कर एकत्रित करना। शेष जिम्मेदारी जनता की है।
सरकार आम पब्लिक को परेशान करने के लिए प्रदूषण सर्टिफिकेट का लोचा और डाल रखा है।
युवा पीढ़ी हो जाये हाई अलर्ट…प्रदूषण से ह्रदयरोग, दिल और मिर्गी के दौरे का खतरा 44 फीसदी अधिक, औसत आयु भी 8 वर्ष घटी।
 
प्रदूषण पुलिस के लिए धंधे का बेहतरीन तरीका है।
 
 
हालांकि हम लोग जानते नहीं हैं कि रावण ने खरदूषण और दूषण को प्रदूषण मिटाने की जिम्मेदारी दी रिकह थी। दशानन रचित मन्त्रमहोदधि ग्रन्थ पढ़ें।
 
प्रदूषण, दूषित वायु के भारी नुकसान…प्रदूषण के कारण दिल से दिमाग तक को खतरा। फेफड़ों में भयंकर संक्रमण, श्वांस लेने में दिक्कत तथा अस्थमा व लंग कैंसर जैसे खतरे भी पैदा कर रहा है।
 
वातरोग, ग्रन्थिशोथ की समस्या एवं हड्डियां भी कमजोर कर रहा है प्रदूषण।
प्रदूषण से आंख, कोशिकाएं प्रभावित होती हैं।
दूषित हवा से नेत्रों में सूखापन, लालिमा व दर्द रहता है।
 
उपाय क्या करें? Amrutam त्तरीफल चूर्ण के पानी से आंख धोते रहें। पलकें झपकाते रहें। चश्मा भी लगाएं।
 
प्रदूषण दिल; धमनियां संकरी कर देता है।
प्रदूषण से मांसपेशियां कमजोर होने लग जाती हैं।
 
आयुर्वेदिक उपचार…मूंग की दाल का पानी पिएं। सुबह नाश्ते में मीठा दही लेवें। केवल दिन में सलाद, सब्जियों और फलों को 5 भागों में खाएं।
 
प्रदूषण और ट्रैफिक में तेज हॉर्न की आवाज की वजह से दिमाग; मस्तिष्क विकास बाधित। अवसाद की समस्या, तनाव, चिन्ता व स्ट्रोक-डिमेंशिया का डर।
 
प्राकृतिक चिकित्सा…सुबह धूप में बैठकर amrutam kayakey ऑयल की मालिश कर नहाएं। योग-,प्राणायाम करें।
 
खाली रास्तों पर दौड़ने या साइकिल चलाने जैसे व्यायाम।
 
त्वचा की खराबी, रक्त दोष; चेहरे पर झुर्रियां व रूखेपन का खतरा।
 
आयुर्वेदिक घरेलू इलाज…बेसन, हल्दी, सरसों का तेल मिलाकर चेहरे पर लगायें। चिरौंजी के पानी में सेंधा नमक मिलाकर मुख धोएं। amrutam कुंकुमादि तेल लगाएं। खूब पानी पिएं।
 
फेफड़े; अस्थमा, दमा सांस में परेशानी…
क्या करें?…धूल व लापरवाही से बचें, मास्क पहनें। इम्युनिटी बढाने के लिए amrutam chyvnprash का नियमित सेवन करें!
 
अस्थि/हड्डियां; ….अधिक प्रदूषण की वजह से हड्डियों में रस-रक्त निर्माण की प्रक्रिया शिथिल होने लगती है।हड्डियों में घनत्व घटने से फ्रैक्चर होने का खतरा बढ़ जाता है।
 
आंवला मुरब्बा और हरीतकी मुरबा खाएं, इससे विटामिन सी और डी सन्तुलित रहेगा। विटामिन की गोलियों के भरोसे न रहें।
 
पर्याप्त कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन पाने के लिए ऑर्थोकी गोल्ड कैप्सूल एवं ऑर्थोकी गोल्ड माल्ट का नियमित सेवन करें। व्यायाम का अभ्यास करें।
 
प्रदूषण सभी नर-नार या किसी भी यार को बीमार कर सकता है। इससे बचने का कोई सही हथियार किसी के पास नहीं है।
 
दिल से लेकर दिमाग तक पर असर डालने वाला यह प्रदूषण भारत में हर मिनट तीन लोगों की जान ले रहा है।
 
डेनमार्क की यूनिवर्सिटी ऑफ कोपेनहेगन के पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट शोधानुसार मात्र 3 साल तक प्रदूषित शहर में रहने से महिलाओं में हार्ट अटैक का खतरा 43% तक बढ़ जाता है।
 
15 से 20 साल तक किए गए इस अध्ययन में कहा गया है कि महिलाओं में पीसीओडी, सोमरोग, प्रदर, डिमेंशिया, मोटापा और बांझपन जैसी स्वास्थ्य समस्याएं भी कहीं न कहीं प्रदूषण से जुड़ी हैं।
 
वहीं, यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो के एनर्जी पॉलिसी इंस्टीट्यूट का एनालिसिस का अध्ययन है कि प्रदूषण से भारत के लोगों की औसत उम्र 7 से 8 वर्ष तक कम हो गई है।
 
वहीं, अगर आयुर्वेदानुसार जीवनशैली या लाइफ स्टाइल को व्यवस्थित करें, तो औसत उम्र 5.5 साल तक बढ़ सकती है।
 
वैज्ञानिकों के मुताबिक पीएम 2.5 के कारण दुनिया में हर साल 70 लाख मौत होती हैं। वायू प्रदषण से भारत को सालाना 11.25 लाख करोड़ रुपए की आर्थिक क्षति होती है।
 
घर को ऐसे संवारे...घर में फूल-पौधों की बगिया लगाएं। स्वच्छ हवा के लिए प्राकृतिक पौधे लगाएं। जैसे- एलोवेरा, आईवी, मनीप्लांट, सेनसेवियश स्पाइडर प्लांट।
 
प्रदूषण नाशक ये सभी पौधे प्रदूषित हवा को साफ करते हैं। सुबह के समय घर की खिड़कियां खोलें, ताकि हवा का वेंटिलो रहे।
 
-सुबह-शाम खुले में व्यायाम अवश्यकरें।
अगर घर मेबप्रदूषण ज्यादा रहता है, तो हल्दी, केशर युक्त पानी से पोंछा लगाएं।
आयुर्वेदिक क्वाथ या amrutam च्यवनप्राश नियम से खाएं।
 
मीठे में केवल गुड़ उपयोग करें।
 
रात को सोते समय एक चम्मच amrutam गुलकन्द सादे जल से लेवें।
 
[[चित्र:Emissão+de+gases+poluentes.jpg|thumb|230px|right|कारखानों द्वारा धुएँ का उत्सर्जन]]
[[चित्र:DARK CLOUDS OF FACTORY SMOKE OBSCURE CLARK AVENUE BRIDGE - NARA - 550179.jpg|right|thumb|230px|१९७३ में अमेरिका में वायु प्रदूषण की स्थिति]]