"पुरु": अवतरणों में अंतर
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राजा [[ययाति]] के [[देवयानी]] से दो पुत्र यदु तथा तुवर्सु और [[शर्मिष्ठा]] से तीन पुत्र द्रुह्य, अनु तथा पुरु हुये। पुरु राजा ययाति के प्रिय पुत्र थे, आगे चल कर कुरु वन्श इसी की शाखा के रूप मे विश्व इतिहास का महान साम्राज्य बना। आहीर चन्द्रवंशी ययाति से पुरू हुए। पूरू के वंश में भरत और भरत के कुल में राजा कुरु हुए।
'''पूरु''' कुल के पहले राजा।
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