"भावविवेक": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) No edit summary |
अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 1:
{{आधार}}
'''भावविवेक''' या '''भाव्य''' (तिब्बती भाषा : slob-dpon bha-vya or skal-ldan/legs-ldan,
इन्होंने अनेक ग्रन्थों की रचना [[संस्कृत भाषा|संस्कृत]] भाषा में की है । दुर्भाग्य से इनकी एक भी मूल रचना सम्प्रति उपलब्ध नहीं है, परन्तु [[तिब्बती भाषा|तिब्बती]] और [[चीनी भाषा]] में इनका अनुवाद उपलब्ध है । इनकी चार रचनाएँ उपलब्ध हैं -
(1) माध्यमिककारिका व्याख्या - यह
(2) मध्यहृदयकारिका - माध्यमिक दर्शन पर मौलिक रचना।
पंक्ति 10:
(3) मध्यमार्थ संग्रह - तिब्बतीय भाषा में इसका अनुवादमात्र उपलब्ध है ।
(4) हस्तरत्न या करमणि : चीनी भाषा में अनुवादमात्र उपलब्ध । इसमें [[आत्मा]] का खण्डन और तथता एवं धर्मता की स्थापना की गई है ।
== बाहरी कड़ियाँ ==
|