"राव जोधा": अवतरणों में अंतर

बिना उद्धरण की जानकारी और बर्बरता हटाई गई
टैग: 2017 स्रोत संपादन
पंक्ति 35:
राव जोधा की [[रानी जसमादे]] ने जोधपुर में '''रानीसर झील''' का निर्माण कराया, मारवाड़ में '''राव जोधा केे पश्चात् राव सातल तथा राव सूजा का नाम आता है''', लेकिन इन दोनों शासकों के बाद '''1515 ई. मेंं एक महत्वपूर्ण शासक [[राव गांगा]] हुुुआ |'''
 
== इन्हें भी देखें ==
* [[राजपूतों की सूची]]
कांधल जी, रूपा जी, मांडल जी, नथु जी और नन्दा जी ये पाँच
सरदार जो जोधा के भाई थे
राव मंडल ने जांगलप्रदेश पर सर्व प्रथम अधिकार किया था
1- मारणोत - राठौड़ - शाखाएं
2- मारणोत राठौड़ - श्री राव मांडल जी के वंशज मारणोत राठौड़ हैं |
3- श्री राव मांडल जी - श्री रिडमल जी के पुत्र राव जोधा के भाई राव बीका के काकोसा है |
4- श्री राव मांडल जी - स्मारक : छत्री शिलालेख : वि. सं. (1539) पलाना - शाखा उदगम स्थल |
5- मारणोत - राठौड़ : नख : कुल पांच : ( सदावत, राणावत, जगतावत, मनहोरदासोत, शिवसियोत )
 
1- मनहोरदासोत मारणोत राठौड़
2- राव मूल सिंह उर्फ मनहोर सिंह के वंशज मनहोरदासोत उर्फ मुलावत मारणोत कहलाते हैं
3- मनहोरदासोत मारणोत राठौड़ौ का ठिकाणा पलाणा गांव कहां जाता हैं
4- मारणोत राठौड़ौ का ताजीमी ठिकाणा अलाय व प्रमुख ठिकाणा पलाणा कहा जाता है
5- राव मांडल जी जोधपुर घराने से थे
कु. सवाई सिंह
मारणोत राठौड़ ठिकाणा पलाणा
M.7062916662
 
== टिप्पणी ==