"शिव दयाल सिंह": अवतरणों में अंतर

धर्म
संदर्भ
पंक्ति 29:
स्वामी जी ने अध्यात्म और सच्चे 'नाम' का भेद वर्णित किया है.
 
उन्होंने 'सार-वचन' पुस्तक को दो भागों में लिखा जिनके नाम हैं: <ref>[http://www.radhasoamisatsang.org/sm/sm_detail.htm Radhasoamisatsang.org: Booksस्वामी byजी Swamiमहाराज jiकी Maharajपुस्तकें]</ref><ref>[http://www.radhaswamidinod.org/lineage.htm Radhaswamidinod.org: स्वामी जी महाराज की पुस्तकें]</ref>
* 'सार वचन वार्तिक' (सार वचन गद्य)
* 'सार वचन छंद बंद' (सार वचन पद्य)