"कंस": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
क्षत्रिय टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
यादव टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 2:
[[चित्र:Krishna Overcomes Kamsa, Prambanan 1077.jpg|अंगूठाकार|कृष्ण और कंस का युद्ध]]
[[चित्र:KRISHNA KILLS KANSA.jpg|अंगूठाकार|[[कृष्ण]] रूपी [[विष्णु]] द्वारा कंस का वध किया गया]]
'''कंस''' [[हिन्दू पौराणिक कथाएँ]] अनुसार [[चंद्रवंशी]]
जब कंस अपनी बहन देवकी के विवाह के उपरान्त, उन्हे रथ मे बिठा कर विदा कर रहे थे उसी समय आकाशवाणी हुई कि देवकी का आठवां पुत्र उसकी मृत्यु का कारण बनेगा। इसलिये उसने देवकी और उनके पति [[वसुदेव]] को कारागार मे डाल दिया। कंस ने माता देवकी के छः पुत्रों को मार डाला। (बलराम इनकी सातवीं सन्तान थे।) <ref>{{cite news |last1='शतायु' |first1=अनिरुद्ध जोशी |title=कौन थे कृष्ण के पांच बड़े शत्रु, जानिए |url=http://hindi.webdunia.com/sanatan-dharma-history/lord-krishna-s-enemy-114051500052_1.html |work=[[वेबदुनिया]] |language=en |access-date=3 जून 2018 |archive-url=https://web.archive.org/web/20180626005047/http://hindi.webdunia.com/sanatan-dharma-history/lord-krishna-s-enemy-114051500052_1.html |archive-date=26 जून 2018 |url-status=dead }}</ref> हालांकि आठवें पुत्र भगवान [[विष्णु]] के अवतार कृष्ण को [[गोकुल]] ले जाया गया, जहां उन्हें गोकुल के यादवकुल के मुखिया व वासुदेव के भाई [[नन्द बाबा|नंद]] की देखभाल में पाला गया था । कंस ने कृष्ण को मारने के लिए कई असुरों को भेजा, जिनमें से सभी का कृष्ण द्वारा वध कर दिया गया। अंत में, कृष्ण अक्रूर जी के साथ मथुरा पहुँचते हैं और अपने मामा कंस का वध करते हैं तथा अपने माता पिता को कारावास से मुक्त कराया गया। कंस वध के बाद भी भगवान ने कई लीलाएं की जो जीवों को मोक्ष देने के लिए हितकारी हैं।<ref>{{Cite web|url=https://www.jansatta.com/religion/kans-vadh-2019-kans-vadh-story-katha-krishna-kans-vadh-story/1213283/|title=कार्तिक शुक्ल दशमी को हुआ था कंस का वध, जानिए इससे जुड़ी कुछ रोचक बातें|date=2019-11-07|website=Jansatta|language=hi|access-date=2021-08-01}}</ref>
|