"पावुलूरी मल्लन": अवतरणों में अंतर

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'''पावुलूरी मल्लन''' [[भारत]] के ग्यारहवीं११वीं शताब्दी के एक गणितज्ञ[[तेलुगु]] [[कवि]] एवं [[गणित]]ज्ञ थे। [[महावीर (गणितज्ञ)|महावीराचार्य]] द्वारा [[संस्कृत]] में रचित [[गणितसारसंग्रह]] का उन्होने 'सार संग्रह गणितमु' नाम से [[तेलुगू भाषा|तेलुगु]] कविता में [[अनुवाद]] किया।
 
पावुलूरी मल्लन [[राजराजा नरेन्द्र]] (1022–1063 AD) के समकालीन थे। उन्होने 'भद्राद्रि राम शतकमु' नामक एक अन्य ग्रन्थ की भी रचना की। पावुलूरु ग्राम आजकल [[प्रकासम जिला|प्रकाशम जिला]] के परचुरु मण्डल में है।
 
== सारसंग्रहगणितमु ==
मल्लन के सारसंग्रहगणितमु में १० अधिकरण हैं, जबकि महावीर के [[गणितसारसंग्रह]] में केवल ८ अधिकरण हैं। इसका पहला अधिकरण, जिसका नाम 'पवुलुरि गणितमु' है, बहुत प्रसिद्ध है। अन्य अधिकरणों के नाम ये हैं-
* भागहर गणितमु
* सुवर्ग गणितमु
* मिश्र गणितमु
* भिन्न गणितमु
* क्षेत्र गणितमु
* खाट गणितमु
* छाया गणितमु
* सूत्र गणितमु
* प्रकीर्ण गणितमु
 
{{भारतीय गणित}}