"टैंक": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
No edit summary टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
छो 2409:4064:E09:7975:0:0:8689:7503 (Talk) के संपादनों को हटाकर संजीव कुमार के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया टैग: वापस लिया |
||
पंक्ति 9:
टेंक में मुख्य तोर पे दो हिस्से होते है, एक निचे का चलित हिस्सा जिसमे की [[ट्रेक]], [[पहिया|पहिये]], [[इंजन]] व सेन्य दल होते है व उप्पर का जिसे की टेरत कहते है जिसमे की तोप, मशीन गन व टेंक के अन्य उपकरण होते है। इसके सेन्य दल में ३ या ४ सदस्य हो सकते है जो की टेंक चलाने, गोले दागने, मशीन गन चलाने व टेंक कमांडर की भूमिका निभाते है।<ref>{{Cite web |url=http://www.wwiivehicles.com/wwii/tank-history.asp |title=संग्रहीत प्रति |access-date=4 सितंबर 2012 |archive-url=https://web.archive.org/web/20120819124217/http://www.wwiivehicles.com/wwii/tank-history.asp |archive-date=19 अगस्त 2012 |url-status=dead }}</ref>
टेंक का मुख्य कार्य [[गोला|गोले]] दागना होता है। इसे सेनाओं द्वारा युद्ध में दुश्मन पर विशेष तोर से बने कई प्रकार के गोले दागने, इस पर लगी [[मशीन गन]] से गोली मारने व पैदल सेना को सहायता उपलब्ध कराने के लिए भेजा जाता है। टेंक का उपयोग [[पहला विश्व युद्ध|प्रथम विश्वयुद्ध]] में सर्वप्रथम [[
[[द्वितीय विश्वयुद्ध]] के बाद बने टेंको को उनकी पीड़ी में बाटा जाता है।
== परिचय एवं इतिहास ==
|