"कपिलवस्तु": अवतरणों में अंतर
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कोरी कोली जाति के इतिहास के आधार पर शाक्यवंशी क्षत्रिय वंश से संबंध बताया। टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
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[[फ़ाह्यान]] के समय तक कपिलवस्तु में थोड़ी आबादी बची थी पर [[युआन्च्वाङ]] के समय में नगर वीरान और खँडहर हो चुका था, किंतु बुद्ध के जीवन के घटनास्थलों पर चैत्य, विहार और स्तूप १,००० से अधिक संख्या में खड़े थे।
वर्तमान में कोली,कोरी काछी
[[श्रेणी:ऐतिहासिक स्थान]]
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