'''हिडिंब''' या '''हिडिम्ब''' या '''हिडिंबसुर''' [[महाभारत]] काल का एक राक्षसदानव (मनुष्य का मांस खाने वाले को दानव कहते हैं) राजा था, जो अपनी बहन [[हिडिंबा]] के साथ वन में रहा करता था। उसकी बहन [[हिडिंबा]] माता [[काली|महाकाली]] की भक्त थी और उसे प्रतिदिन चढा़वे के रूप में एक मनुष्य की बलि माता को देनी होती थी। एक दिन हिडिंब बहन के लिए मानव बलि हेतु वनवासरत् पांडवों में से एक [[भीम]] को पकड़ लाया। हिडिंबा भीम को देख उस पर मोहित हो गई और भीम से बोली कि वह अपने भाई हिडिंब से उसे बचा कर कहीं दूर स्थान पर भेज देगी। जब बहुत समय होने पर भी हिडिंबा मानव बलि के लिए भीम को लेकर नहीं आई, तो हिडिंब अपनी बहन के पास पहुँचा और भीम के साथ विहार करती हिडिंबा को मारने के लिए दौडा़। इसपर भीम ने उसे ललकारा और उसका वध कर दिया। हिडिम्ब [[काम्यक वन]] नामक वन के राक्षसो का राजा था। हिडिम्ब के वध पश्चात भीम काम्यक वन का राजा बना था। भीम ने काम्यक वन पर 20 साल राज किया। [[महाभारत]] मे काम्यक वन के राक्षसी योद्धायो ने भी युद्ध किया था। भीम और हिडिंबा के गन्धर्व विवाह से हिडिंबा को [[घटोत्कच]] नामक पुत्र प्राप्त हुआ।
महाभारत युद्ध में घटोत्कच ने पांडवों की ओर से वीरतापूर्वक भाग लिया था।