"कौशाम्बी जिला": अवतरणों में अंतर
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<nowiki>:</nowiki> संत मलूकदास को हिंदू व मुस्लिम धर्म के लोग एक समान मानते हैं। इनकी कुटी आज भी कड़ा में मौजूद है। लोग श्रद्धा के साथ यहां आते हैं। खास बात है कि मलूकदास का शिष्य फतेह खान एक मुस्लिम था। आज भी उसकी मजार मलूकदास की समाधी के ठीक सामने बनी है।
== ठहरने के स्थान होटल के फोन नम्बर और नाम पता ==
कौशाम्बी जनपद के मुख्यालय में कई ऐसे होटल हैं। जहां लोग रुक सकते हैं। ठहरने के लिए उचित व्यवस्था है, लेकिन फाइब स्टार होटलोंं की सुविधा नहीं है।
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