"कामायनी": अवतरणों में अंतर

छो पाठ को विस्तृत किया गया
टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
Neha Prasad124 (वार्ता) द्वारा किए बदलाव 5568531 को पूर्ववत किया
टैग: किए हुए कार्य को पूर्ववत करना
पंक्ति 27:
 
कला की दृष्टि से [[कामायनी]], [[छायावादी आंदोलन|छायावादी]] काव्यकला का सर्वोत्तम प्रतीक माना जा सकता है। चित्तवृत्तियों का कथानक के पात्र के रूप में अवतरण इस [[महाकाव्य (एपिक)|महाकाव्य]] की अन्यतम विशेषता है। और इस दृष्टि से लज्जा, सौंदर्य, श्रद्धा और इड़ा का मानव रूप में अवतरण हिंदी साहित्य की अनुपम निधि है। कामायनी प्रत्यभिज्ञा दर्शन पर आधारित है। साथ ही इस पर [[अरविन्द घोष|अरविन्द]] दर्शन और [[गांधी दर्शन|गांधी]] दर्शन का भी प्रभाव यत्र तत्र मिल जाता है।
 
कामायनी में मनु, श्रद्धा और इड़ा के माध्यम से महाकवि ने न केवल सृष्टि के जन्म और विकास की कथा कही है। वरन् उसमें उन्होंने मानव-मन में चलनेवाले अंतद्वंदो का भी चित्रण किया है।
 
== कथानक ==