"लाहौल और स्पीति जिला": अवतरणों में अंतर

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छो →‎भूगोल: पर्यटन स्थलों और नई सड़क के संबंध में बताया गया है।
 
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== भूगोल ==
 
लाहौल और स्पीति अपनी ऊंची पर्वतमाला के कारण शेष दुनिया से कटा हुआ है।था। [[रोहतांग दर्रा]] 3,978 मी की ऊंचाई पर लाहौल और स्पीति को [[कुल्लू घाटी]] से पृथक् करता है। साल 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अटल टनल का उद्घाटन करने के बाद लाहौल तक पहुंचना आसान हो गया है। यह रास्ता लगभग पूरे साल खुला रहता है। जिले़ की पूर्वी सीमा [[तिब्बत]] से मिलती है, उत्तर में [[लद्दाख़|लद्दाख]] भू-भाग (जम्मू और कश्मीर में स्थित) और [[किन्नौर जिला|किन्नौर]] एवं [[कुल्लू]] दक्षिण सीमा में हैं।
 
== यातायात ==
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=== कुंजुम पास ===
कुंजुम पास इस जिले का एक महत्वपूर्ण स्थान है। इस पास के द्वारा स्पीती घाटी में दाखिल हुआ जाता है। कुंजुम पास का नाम यहाँ पर कुंजुम माता के नाम पर पड़ा है। यह मन जाता है की जिसका मन सच्चा होता है माता उसका हाथ से चिपका हुआ सिक्का माता की मुर्ति में चिपक जाता है। अतः इसकी कारण यहाँ पर श्रद्धालु अपनी आस्था को प्रकट करने क लिए माता की मूर्ति पर सिक्के चिपकाने का प्रयास करते हैं। कुंजुम पास के पास [[चंद्रताल|चन्द्र ताल]] है जोकि राष्ट्रीय राजमार्ग 22 पर स्थित है।
 
'''काजा टाउन'''
 
काजा टाउन स्पीति का एक महत्वपूर्ण और एकमात्र टाउन है। स्पीति घूमने आने वाले लोग यहां रुकते हैं। ग्रीष्म ऋतु में मनाली से काजा के लिए बस उपलब्ध रहती है। यहां पर एक एटीएम है जोकि सिर्फ दिन में खुला रहता है।
 
 
'''चंद्रताल झील'''
 
चंद्रताल झील लाहौल में 14100 फीट के एल्टीट्यूड पर स्थित एक बेहद मनोरम और खूबसूरत झील है। यह मनाली-काजा सड़क से 14 किमी की दूरी पर है जिसका रास्ता बाटल से 3 किमी आगे एक स्थान पर शुरु होता है।
 
 
इसके अलावा की मॉनेस्ट्री, चीचम पुल, किब्बर, लांगजा, कौमिक और हिक्किम आदि गांव घूमने के दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण और खूबसूरत हैं।
 
== बाहरी कड़ियां ==