"भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र": अवतरणों में अंतर

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भारत का परमाणु कार्यक्रम डा॰ [[होमी जहांगीर भाभा]] के नेतृत्व में आरम्भ हुआ। 6 जनवरी सन् 1954 को [[परमाणु उर्जा आयोग]] के द्वारा '''परमाणु उर्जा संस्थान''' (ए ई ई टी) के नाम से आरम्भ हुआ और तत्कालीन प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा २० जनवरी सन् 1957, को राष्ट्र को समर्पित किया गया। इसके बाद परमाणु उर्जा संस्थान को पुनर्निर्मित कर 12 जनवरी सन् 1967 को इसका नया नाम ''' भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र''' किया गया, जो कि 24 जनवरी सन् 1966 में डा॰ भाभा की विमान दुर्घटना में आकस्मिक मृत्यु के लिये एक विनम्र श्रद्धांजलि थी।
 
बीएआरसी व्यापक रूप से एक बहु-विषयक अनुसंधान केंद्र है, यह परमाणु विज्ञान, रासायनिक इंजीनियरिंग, सामग्री विज्ञान और धातु विज्ञान, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, जीव विज्ञान और चिकित्सा, सुपरकंप्यूटिंग, उच्च ऊर्जा भौतिकी और प्लाज्मा भौतिकी के पूरे स्पेक्ट्रम को कवर करने वाले उन्नत अनुसंधान और विकास के लिए बुनियादी ढांचा है।  और भारतीय परमाणु कार्यक्रम और संबंधित क्षेत्रों के लिए संबद्ध अनुसंधान।
 
बीएआरसी का मूल अधिदेश परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण अनुप्रयोगों को बनाए रखना है।  यह रिएक्टरों के सैद्धांतिक डिजाइन से लेकर कंप्यूटर मॉडलिंग और सिमुलेशन, जोखिम विश्लेषण, नए रिएक्टर ईंधन, सामग्री आदि के विकास और परीक्षण तक, परमाणु ऊर्जा उत्पादन के सभी पहलुओं का प्रबंधन करता है। यह खर्च किए गए ईंधन प्रसंस्करण और परमाणु कचरे के सुरक्षित निपटान पर भी शोध करता है।  इसके अन्य अनुसंधान फोकस क्षेत्र उद्योगों में आइसोटोप के लिए आवेदन, विकिरण प्रौद्योगिकी और स्वास्थ्य, खाद्य और चिकित्सा, कृषि और पर्यावरण, त्वरक और लेजर प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स, उपकरण और रिएक्टर नियंत्रण और सामग्री विज्ञान, पर्यावरण और विकिरण निगरानी आदि के लिए आवेदन हैं। बीएआरसी  देश भर में कई अनुसंधान रिएक्टर संचालित करता है। [3]
 
इसकी प्राथमिक सुविधाएं ट्रॉम्बे में स्थित हैं, साथ ही नई सुविधाएं कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले के चल्लकेरे में भी स्थित हैं।  भारत के परमाणु पनडुब्बी कार्यक्रम का समर्थन करने और व्यापक शोध के लिए उच्च विशिष्ट गतिविधि रेडियो आइसोटोप का उत्पादन करने के लिए आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम के पास अचुतापुरम में यूरेनियम ईंधन के संवर्धन पर केंद्रित एक नई विशेष खनिज संवर्धन सुविधा निर्माणाधीन है।
 
== बाहरी सम्पर्क ==