"बैसोया": अवतरणों में अंतर

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'''बैसोया''' ('बेसोया' अथवा 'बसोया' भी) भारत में एक गुर्जर गोत्र है।<ref name="Khari2007">{{cite book|author=राहुल खारी|title=Jats and Gujars: origin, history and culture|trans-title=जाट और गुर्जर: मूल, इतिहास और सभ्यता|url=http://books.google.com/books?id=1lGgAAAAMAAJ|date=5 जनवरी 2007|publisher=रिफरेन्स प्रेस|isbn=978-81-8405-031-8|page=83 और 89|access-date=9 नवंबर 2015|archive-url=https://web.archive.org/web/20140102162214/http://books.google.com/books?id=1lGgAAAAMAAJ|archive-date=2 जनवरी 2014|url-status=live}}</ref> वर्तमान में बैसोया गुर्जर लोगों की मुख्य आबादी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में है। दिल्ली में इनके 7 गाँँव हैं। बैसोया गुर्जर उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ियाबाद और गौतमबुद्धनगर जिला में कई गांव मिलते हे एवं मेरठ जिले के क्षेत्र में भी कुछ गांव मिलते हैं। यह गोत्र भाटों के मुताबिक हिंदुस्तान से पाकिस्तान और फिर पाकिस्तान से हिंदुस्तान आया भाटो के मुताबिक यह सरोया राजपूत कुल की रखैल के पुत्र का वंशज है। बैसोय गुज्जर को भाटों और गैजेटीर में सरोय राजपूत की रखैल से निकला बताया है । विदेशी इतिहासकार गुज्जर समाज की मान्यता का निंदन करते हुए कहते हैं की गुज्जर मिश्रित जाती है जो अपना सामाजिक विकास करने के लिए राजपूत को पूर्वज बताती है इनके गोत्र से मालूम होता है की यह रखैल के पुत्र को दिए गोत्र हैं । कालीकागड़ी और दिल्ली के कई गांव के भट्ट के दस्तावेज इस बात के सबूत हैं जो एनडीटीवी के एक कार्यक्रम में भी दिखाए गए।
 
==सन्दर्भ==