"प्यार": अवतरणों में अंतर

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परन्तु कुछ [[विवाह]] जुड़े अलग नहीं हो सकते है क्योंकि उनकी [[आत्मा]] ही एक है जो भीतर से एक है वे बाहर से अलग हो ही नहीं सकते है ।
 
"अजनबियों में खुद को तलाशने लगे,
 
गैरों को अपना कहने लगे
 
उसकी की जुदाई से डरने लगे,
 
पता चला हम किसी से प्यार करने लगे"
 
प्यार की खूबी ही यह है, पल में कोई अजनबी अपना बन जाता है, कुछ पल पहले जिसे हम जानते भी नहीं होती कुछ पल बाद वहीं जिंदगी में सब कुछ बन जाता है ।
 
==प्रेम के रूप==
"https://hi.wikipedia.org/wiki/प्यार" से प्राप्त