"केतु": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
No edit summary टैग: Reverted यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
संजीव कुमार (वार्ता | योगदान) छो 2405:201:5804:A81A:8444:B95D:9559:E1AC (Talk) के संपादनों को हटाकर प्रीतम सागर के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया टैग: वापस लिया |
||
पंक्ति 14:
| planet =केतु
}}
'''केतु''' (प्रतीक: [[चित्र:Descending node (bold).svg|16px]]) [[भारतीय ज्योतिष]] में उतरती [[:w:Lunar node|लूनर नोड]] को दिया गया नाम है। केतु एक रूप में [[स्वरभानु ]] नामक [[दानव]] के सिर का धड़ है। यह सिर [[समुद्र मन्थन]] के समय [[मोहिनी अवतार]] रूपी भगवान [[विष्णु]] ने काट दिया था। यह एक छाया ग्रह है।<ref name="भास्कर">[http://religion.bhaskar.com/article/jyts-effects-of-ketu-in-kark-lagnas-kundli-3371141.html गुरुवार से जानिए आपकी कुंडली में केतु ग्रह के प्रभाव...] {{Webarchive|url=https://web.archive.org/web/20120924073506/http://religion.bhaskar.com/article/jyts-effects-of-ketu-in-kark-lagnas-kundli-3371141.html |date=24 सितंबर 2012 }} धर्म डेस्क- दैनिक भास्कर। उज्जैन। ०६ जून २०१२। अभिगमन तिथि: ०४ अक्टूबर २०१२</ref> माना जाता है कि इसका मानव जीवन एवं पूरी सृष्टि पर अत्यधिक प्रभाव रहता है। कुछ मनुष्यों के लिये ये ग्रह ख्याति पाने का अत्यंत सहायक रहता है। केतु को प्रायः सिर पर कोई रत्न या तारा लिये हुए दिखाया जाता है, जिससे रहस्यमयी प्रकाश निकल रहा होता है।
== केतु की स्थिति ==
|