"कर्दम": अवतरणों में अंतर

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'''कर्दम ऋषि''' की उत्पत्ति [[सृष्टि]] की रचना के समय [[ब्रह्मा]] जी की छाया से हुई थी। [[ब्रह्मा]] जी ने उन्हें प्रजा में वृद्धि करने की आज्ञा दी। उनके आदेश का पालन करने के लिये कर्दम ऋषि ने [[स्वयंभुव मनु]] के द्वितीय कन्या [[प्रसूतिdevhuti]] से विवाह कर नौ कन्याओं तथा एक पुत्र की उत्पत्ति की। कन्याओं के नाम [[कला]], [[अनसूया|अनुसुइया]], [[श्रद्धा]], [[हविर्भू]], [[गति (भौतिकी)|गति]], [[क्रिया]], [[ख्याति]], [[अरुन्धती]] और [[शान्ति]] थे तथा पुत्र का नाम [[कपिल]] था। [[कपिल]] के रूप में [[देवहूति]] के गर्भ से स्वयं भगवान [[विष्णु]] अवतरित हुये थे।
 
[[श्रेणी:श्रीमद्भागवत]]
"https://hi.wikipedia.org/wiki/कर्दम" से प्राप्त