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न्यूट्रॉन की खोज ब्रिटिश भौतिक वैज्ञानिक '''जेम्स चैडविक''' ने 1931 में की थी।। '''न्यूट्रॉन''' एक आवेश रहित [[मूलकण|मूलभूत कण]] है, जो [[परमाणु]] के नाभिक में [[प्रोटॉन]] के साथ पाये जाते हैं। इसे n से दर्शाया जाता है।
 
न्यूट्रॉन एक उपपरमाण्विक कण है जो की सभी प्रकार के पदार्थों के [[परमाणु]] के [[परमाणु नाभिक|नाभिक]] में पाया जाता है। प्रोटॉन और न्यूट्रॉन मिलकर परमाणु के नाभिक का निर्माण करते हैं। न्यूट्रॉन एक विद्युत उदासीन कण है जिसका द्रव्यमान '''''1.67493 × 10−27 10<sup>−27</sup>kg''''' होता है, जो कि [[इलेक्ट्रॉन]] के द्रव्यमान से 1,839 गुना ज्यादा है। न्यूट्रॉन पूर्ण रूप से एक [[मूलकण|मूलभूत कण]] नही है बल्कि यह और भी छोटे अस्थाई सूक्ष्म कणों से मिलकर बना रहता है जिन्हे [[क्वार्क|क्वॉर्क]] कहते हैं। न्यूट्रॉन तीन क्वॉर्क से मिलकर बना होता है, जिसमे दो डाउन क्वॉर्क होते हैं तथा एक अप क्वॉर्क होता हैं।
[[चित्र:Quark_structure_neutron.svg|पाठ=दो डाउन तथा एक अप क्वॉर्क से मिलकर बना हुआ न्यूट्रॉन|अंगूठाकार|क्वार्क से मिलकर बना हुआ न्यूट्रॉन]]
सन 1920 में अपने प्रयोगों के आधार पर [[अर्नेस्ट रदरफोर्ड|रदरफोर्ड]] ने भी परमाणु के नाभिक में एक ऐसे कण की उपस्थित की संभावना बताई थी जिसका द्रव्यमान लगभग प्रोटॉन के द्रव्यमान के बराबर हो तथा वह विद्युत आवेश रहित उदासीन कण हो और अंततः जेम्स चेडविक ने अपने प्रयोग द्वारा 1931 में परमाणु के नाभिक में इस कण की खोज कर ली और और उन्होंने इसे न्यूट्रॉन नाम दिया।