"अकबर के नवरत्न": अवतरणों में अंतर

टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
Aviram7 (वार्ता) के अवतरण 5694120 पर पुनर्स्थापित
टैग: ट्विंकल किए हुए कार्य को पूर्ववत करना
पंक्ति 12:
शेख मुबारक ने ही 1579 ई० में महजरनामा नामक दस्तवेज का प्रारुप तैयार किया फिर इसको अकबर ने जारी किया
 
=== 2.फैज़ीफ़ैज़ी ===
{{मुख्य|फ़ैज़ी}}
[[फ़ैज़ी|फैजी]](१५४७ - १५९५) अबुल फजल के भाई थे जो [[फ़ारसी भाषा|फारसी]] में कविता लिखते थे और जिन्हें अकबर ने अपने बेटे के [[गणित]] शिक्षक के पद पर नियुक्त किया था। शेख अबु अल-फ़ैज़, प्रचलित नाम:फ़ैज़ी (२४ सितंबर १५४७, आगरा–५ अक्टूबर १५९५, लाहौर) मध्यकालीन भारत का फारसी कवि था। इसने लीलावती ग्रंथ का फ़ारसी मे अनुवाद किया था।
पंक्ति 21:
 
=== 4.बीरबल ===
{{मुख्य|राजा बीरबल}}बीरबल का वास्तविक नाम महेश दत्तमहेशदास था।
परम बुद्धिमान [राजा बीरबल](१५२८-१५८३) अकबर के विशेष-सलाहकार थे। हास्य-परिहास में इनके अकबर के संग काल्पनिक किस्से आज भी कहे जाते हैं। बीरबल कवि भी थे। ब्रह्म के नाम उन्होंने एक कवि के रूप में कविताएँ लिखी हैं जो [[भरतपुर]] संग्रहालय राजस्थान में सुरक्षित हैं। बीरबल बादशहाके नौरत्नो में से एक थे|
 
पंक्ति 28:
[[टोडरमल|राजा टोडरमल]] अकबर के राजस्व और वित्तमंत्री थे। इन्होंने भूमि-पैमाइश के लिए विश्व की प्रथम मापन-प्रणाली तैयार की थी। ये भरतपुर अलवर के पास हरसाना ग्राम के थे अकबर के राज्य कि पेमाइस इन्होने की थी। [[उत्तर प्रदेश]] [[राज्य]] के एकमात्र राजस्व प्रशिक्षण संस्थान,हरदोई का नाम इनके नाम पर '''राजा टोडरमल भूलेख प्रशिक्षण संस्थान''' रखा गया है जहां[[भारतीय सिविल सेवा|आईएएस]], आईपीएस, [[राज्य सिविल सेवा|पीसीएस]], पीपीएस के अलावा राजस्व कर्मियों को भूलेख संबंधी प्रशिक्षण दिया जाता है।इन्होंने भूराजस्व की दहसाला पद्धति की शुरुआत की।
 
=== 6.राजा मानसिंह ===
Birbal
 
 
 
 
 
 
 
 
{{मुख्य|राजा मानसिंह}}
अकबर की सेना के प्रधान सेनापति [[राजा मान सिंह|महाराजा मानसिंह]] ([[जयपुर]]) के आमेर (आम्बेर) राजा भारमल के पुत्र थे।7000 मनसबदार थे। राज्य की रक्षा करते थे|