"गुरु जम्भेश्वर": अवतरणों में अंतर
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* "जम्भसागर", "जम्भ संहिता", "विश्नोई धर्म प्रकाश" सबदवाणी, 120 वाणीयाँ आदि इनके प्रमुख ग्रन्थ हैं।
*जम्भेश्वरजी ने जहाँ विराजमान होकर ज्ञानोपदेश दिये, उस स्थान को "साथरिया" कहते हैं।
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[[File:Mukam Tomb.JPG|thumb|250px| गुरु जम्भेश्वर का मन्दिर मुकाम, बीकानेर, [[राजस्थान]] |
== जीवन परिचय==
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