"खगड़िया जिला": अवतरणों में अंतर

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मैं खुद करुआमोर से हूँ और यहाँ के पेड़ा के बारे में भले भांति परिचित हूँ |
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|languages= [[हिन्दी]]
}}
'''खगड़िया ज़िला''' [[भारत]] के [[बिहार]] राज्य का एक ज़िला है। ज़िले का मुख्यालय [[खगड़िया]] है।<ref>"[https://books.google.com/books?id=dSZ987-0Fb8C Bihar Tourism: Retrospect and Prospect] {{Webarchive|url=https://web.archive.org/web/20170118113423/https://books.google.com/books?id=dSZ987-0Fb8C |date=18 जनवरी 2017 }}," Udai Prakash Sinha and Swargesh Kumar, Concept Publishing Company, 2012, ISBN 9788180697999</ref><ref>"[https://books.google.com/books?id=MMmNVZ4mP98C Revenue Administration in India: A Case Study of Bihar]," G. P. Singh, Mittal Publications, 1993, ISBN 9788170993810</ref>
 
== विवरण ==
बिहार का खगड़िया ही एक ऐसी जिला है जो 7 नदियों से घिरा हुआ है। यह मक्का उत्पादन में बिहार के सबसे अग्रणी जिला माना जाता हैं। यहाँ की एक सबसे बड़ी विशेषता है "53 कोठली 56 द्वार," एक आलीशान मकान जो परबत्ता प्रखंड के भरतखंड गांव में स्थित है। इसका हर एक क्षेत्र प्रत्येक साल बाढ़ से ग्रसित रहता है। टेढ़ी-मेढ़ी भूभाग के कारण इसे प्राचीन में "फरकिया" नाम से जाना जाता था जो अकबर के समय दिया गया था। यहां के ग्रामीण अपने आप में सकुशल जिंदगी जीते हैं और जनसंख्या के 90% हिस्से कृषि पर आधारित है। यहां के चौथम प्रखंड में स्थित एक छोटा सा बाजार करुआमोर जहां की पेड़ा पूरे बिहार में प्रसिद्ध है । यहाँ का पेड़ा बिहार के अलावा पश्चिम बंगाल, असम, उत्तर-प्रदेश, झारखण्ड राज्यों में भी सप्लाई होता है | यहाँ तक की मशहूर बैद्यनाथ धाम में भी करुआमोर का पेड़ा आपको देखने को मिल जाएगा |
 
== इन्हें भी देखें ==