"खिचड़ी": अवतरणों में अंतर

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उत्तरी भारत में [[मकर संक्रान्ति]] के पर्व को भी "खिचड़ी" के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन खिचड़ी खाने का विशेष रूप से प्रचलन है।
 
==बंगाली खिचड़ी==
;विधि :
 
1. आलू छीलकर आठ लंबे टुकड़े कर लें। फूल गोभी के बड़े-बड़े टुकड़े कर लें। अदरक काट लें व हरी मिर्च बीच से चीर लें।
 
2. चावल दो-तीन बार पानी बदल कर धो लें। दाल को मंद आंच पर बिना घी के गुलाबी होने तक भूने।
 
3. इसमें घी, साबुत लाल मिर्च, जीरा और हींग छोड़ बाकी सब सामान मिला कर आधा लीटर गर्म पानी देकर ढककर मंद आंच पर पकाएं। बीच-बीच में हल्के से चलाये।
 
4. परोसते समय घी गर्म कर साबुत लाल मिर्च, जीरा और हींग का छौंक तैयार कर खिचड़ी में दे।
 
;सामग्री :
100 ग्राम चावल, 50 ग्राम मूंग दाल, 2 आलू, 1 छोटी फूल गोभी, 100 ग्राम मटर के दाने, 1 इंच अदरक, 3-4 हरी मिर्च, स्वादानुसार नमक, आधा टीस्पून हल्दी, आधा टीस्पून शक्कर, 2 साबुत लाल मिर्च, 1/3 टीस्पून जीरा, 1 चुटकी हींग, 4 लौंग, 2 छोटी इलायची, 1 इंच दालचीनी, 2 तेजपत्ते, 3 टेबलस्पून देशी घी।
 
;कितने लोगों के लिए : 2
 
==बाहरी कड़ियाँ==