"संशोधित मरकली तीव्रता पैमाना": अवतरणों में अंतर
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रोहित रावत (वार्ता | योगदान) |
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! style="background:#8ff;text-align:left" | <span id="Moderate"><big><big>IV. संयत</big></big></span>
| भवनों के भीतर बहुत से लोगो द्वारा महसूस किया जाता है, बाहर दिन के दौरान कम लोगों द्वारा। रात के समय कुछ लोग झटकों से उठ सकते हैं। बर्तन, खिड़कियाँ, दरवाज़े हिल सकते हैं;
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! style="background:#7df894;text-align:left" | <span id="Rather Strong"><big><big>V.
|बाहर बहुत लोगों द्वारा महसूस किया जाता है, प्रतिकूल स्थिति में बाह्र कुछ लोगों द्वारा महसूस नहीं किया जाता। बर्तन और खिड़कियाँ तड़क सकते हैं और बड़ी (भारी) घंटियां बज सकती हैं। कमप किसी रेलगाड़ी के घर के समीप से गुजरने के समान।
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! style="background:#ff0;text-align:left" | <span id="Strong"><big><big>VI.
| सभी लोगों द्वारा महसूस किया जाता है; बहुत लोग डर के मारे मैदानों में भागते हैं। खिड़कियाँ, बर्तन, काँच के सामान टूट सकते हैं; पुस्तकें तख़्तों से गिर जाती हैं; कोई भारी फर्नीचर हिल या पलट सकता है; दीवार से प्लस्तर गिर सकता है। हलकी क्षति।
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! style="background:#fd0;text-align:left" | <span id="Very Strong"><big><big>VII.
| खडे़ होना कठिन; अच्छे डिज़ाइन और निर्माण से निर्मित भवनों में नगण्य क्षति; अच्छे बने साधारण भवनों में नगण्य से हलकी क्षति; खराब डिजाइन से बने भवनों में गम्भीर क्षति; कुछ चिमनियाँ टूट सकती हैं। मोटर कार चला रहे लोगों द्वारा भी महसूस किया जाता है।
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! style="background:#ff9100;text-align:left" | <span id="Destructive"><big><big>VIII.
| विशेष रूप से निर्मित ढाँचों में हलकी क्षति; साधारण भवनों में गम्भीर क्षति और आंशिक रूप से ढहना। खराब बने ढाँचो में बहुत भारी क्षति। चिमनियां, खम्बें, स्मारक, दीवारें इत्यादि ढह जाते हैं। भारी फर्नीचर बुरी तरह हिलने लगता है।
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! style="background:#f00;text-align:left" | <span id="Ruinous"><big><big>IX.
| भय की स्थिति; विशेष रूप से निर्मित ढाँचों में सोचनीय क्षति, अच्छे से तैयार फ्रेम ढाँचें साहुल से उखड़ सकते हैं। वस्तुगत भवनों में भारी क्षति, और आंशिक रूप से ढहना। भवन नींव से अलग हो जाते हैं।
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! style="background:#d00;text-align:left" | <span style="color: white; font-size: large;" id="Disastrous">X.
| कुछ अच्छे बने काठ के ढाँचे बरबाद हो जाते हैं; अधिकांश चिनाईवाले और फ्रेम ढाँचे नींव सहित विनाशित हो जाते हैं। पटरियां मुड़ जाती हैं।
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! style="background:#800;text-align:left" | <span style="color: white; font-size: large;" id="Very Disastrous">XI.
| केवल कुछ चिनाईवाले ढाँचे ही खड़े रह जाते हैं। पुल क्षतिग्रस्त। पटरियां बुरी तरह मुड़ जती हैं।
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! style="background:#400;text-align:left" | <span style="color: white; font-size: large;" id="Catastrophic">XII.
| पूर्ण विनाश - सब कुछ खण्डित। पूत्ण विध्वंस। दृष्टि और स्तर रेखाएं विकृत। वस्तुएं हवा में फैंक दी जाती हैं। धरती पर तरंगें देखी जा सकती हैं। बड़ी मात्रा में चट्टानी हलचल।
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