"कपिलवस्तु": अवतरणों में अंतर

छोNo edit summary
No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 2:
[[File:कपिलवस्तु 05.JPG|thumb|कपिलवस्तु ]]
[[चित्र:Kapilavastu Stupas-Original-00020.jpg|right|thumb|300px|[[पिपरहवा]] का स्तूप]]
'''कपिलवस्तु''', शाक्य गण की राजधानी थी जिसका नाम शाक्यों के गुरू [[कपिल|कपिल मुनी]] के नाम पर रखा गया था। [[गौतम बुद्ध]] के जीवन के प्रारम्भिक काल खण्ड यहीं पर व्यथीत हुआ था। भगवान बुद्ध के जन्म इस स्थान से १० किमी पूर्व में [[लुंबिनी]] मे हुआ था। आर्कियोलजिक खुदाइ और प्राचीन यात्रीऔं के विवरण अनुसार अधिकतर विद्वान्‌ कपिलवस्तु [[नेपाल]] के [[तिलौराकोट]] को मानते हैं जो नेपाल की तराई के नगर तौलिहवा से दो मील उत्तर की ओर हैं। विंसेंट स्मिथ के मत से यह [[उत्तर प्रदेश]] के [[सिद्धार्थनगर जिला|सिद्धार्थनगर जिले]] का पिपरहवा नामक स्थान है जहाँ एक [[स्तूप]] पाया गया है।
 
बुद्ध, शाक्य गण के राजा शुद्धोदन और [[मायादेवी|महामाया]] के पुत्र थे। उनका जन्म [[लुंबिनी]] वन में हुआ जिसे अब [[रुम्मिनदेई]] कहते हैं। रुम्मिनदेई तिलौराकोट (कपिलवस्तु) से १० मील पूर्व और भगवानपुर से दो मील उत्तर है। यहाँ अशोक का एक स्तंभलेख मिला है जिसका आशय है कि भगवान्‌ बुद्ध के इस जन्मस्थान पर आकर [[अशोक]] ने पूजा की और स्तंभ खड़ा किया तथा "लुम्मिनीग्राम' के कर हलके किए।