"अकबर के नवरत्न": अवतरणों में अंतर
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[[मुल्लाह दो पिअज़ा]] अकबर के [[अमात्य]] थे।{{तथ्य}} यह बात को काटने के लिए काफी प्रसिद्ध थे तथा यह प्याज खाने के भी सौकिन थे। ये रसोइया थे मुलला दो प्याजा की मजार हरदा मध्यप्रदेश के हरदा जिले के हँडिया तहसील में बनी है जहाँ मुगल बादशाह के समय यात्रीयों के रूकने के लिए बना गरह है इसे इस समय तेली की सराय के नाम से जाना जाता है।
==सन्दdsfjvdekfर्भ==
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