"कश्मीर": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
No edit summary |
|||
पंक्ति 34:
कश्मीर का अच्छा-ख़ासा इतिहास '''[[कल्हण]]''' (और बाद के अन्य लेखकों) के ग्रंथ '''[[राजतरंगिणी]]''' से मिलता है । प्राचीन काल में यहाँ हिन्दू आर्य राजाओं का राज था ।
मौर्य सम्राट '''अशोक''' और कुषाण सम्राट '''कनिष्क''' के समय कश्मीर बौद्ध धर्म और संस्कृति का मुख्य केन्द्र बन गया । पूर्व-मध्ययुग में यहाँ के चक्रवर्ती
[[कश्मीर शैवदर्शन]] भी यहीं पैदा हुआ और पनपा। यहां के महान मनीषीयों में [[पतञ्जलि]], [[दृढबल]], [[वसुगुप्त]], [[आनन्दवर्धन]], [[अभिनवगुप्त]], [[कल्हण]], [[क्षेमराज]] आदि हैं। यह धारणा है कि [[विष्णुधर्मोत्तर पुराण]] एवं [[योग वासिष्ठ]] यहीं लिखे गये।
|