"प्लाज़्मा (भौतिकी)": अवतरणों में अंतर

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प्लाज्मा के गुण [[ठोस]], [[द्रव]] या [[गैस]] के गुणों से काफी विपरीत हैं और इसलिए इसे पदार्थ की एक भिन्न [[पदार्थ की अवस्थायें|अवस्था]] माना जाता है। प्लाज्मा आमतौर पर, एक तटस्थ-गैस के बादलों का रूप ले लेता है, जैसे सितारों में। गैस की तरह प्लाज्मा का कोई निश्चित आकार या निश्चित [[आयतन]] नहीं होता जब तक इसे किसी पात्र में बंद न कर दिया जाए लेकिन गैस के विपरीत किसी [[चुंबकीय क्षेत्र]] के प्रभाव में यह एक फिलामेंट, पुंज या दोहरी परत जैसी संरचनाओं का निर्माण करता है।
 
[[चित्र:Plasmaball_vid2.ogg|thumb|left|200px|[[प्लाज़्मा (भौतिकी)|प्लाज़्मा ग्लोब]] एक सजावटी वस्तु होती है, जिसमें एक कांच के गोले में कई गैसों के मिश्रण में इलेक्ट्रोड द्वारा गोले तक कई रंगों की किरणें चलती दिखाई देती हैं।]]
प्लाज्मा की पहचान सबसे पहले एक क्रूक्स नली में [[१८७९]] मे '''सर विलियम क्रूक्स''' द्वारा की गई थी उन्होंने इसे “चमकते पदार्थ” का नाम दिया था। क्रूक्स नली की प्रकृति "कैथोड रे" की पहचान इसके बाद ब्रिटिश भौतिक विज्ञानी सर जे जे थॉमसन द्वारा [[१८९७]] में द्वारा की गयी। [[१९२८]] में '''इरविंग लैंगम्युइर''' ने इसे प्लाज्मा नाम दिया,<ref name="langmuir1928">{{cite journal|author=I. Langmuir|doi=10.1073/pnas.14.8.627|title=Oscillations in ionized gases|journal=Proc. Nat. Acad. Sci. U.S.|volume=14|page=628|year=1928}}</ref> शायद इसने उन्हें रक्त प्लाविका (प्लाज्मा) की याद दिलाई थी।
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==प्लाज्मा के पैरामीटरों की परास (Ranges)==
प्लाज्मा के पैरामीटरों के [[परिमाण की कोटि]] में बहुत अन्तर हो सकता है। इसलिये निम्नलिखित सारणी में केवल परम्परागत परमाणवीय प्लाज्मा (conventional atomic plasmas) के पैरामीटरों के मान दिये गये हैं।