==अभाव==
विटामिन सी के अभाव में शरीर में दूषित कीटाणुओं की वृद्धि, हो सकती है। इसके कारण आंखों में [[मोतिया बिन्द बन जाना]], खाया पियाहुआ खाना शरीर में नपोषण नहीं कर पाना व लगना,घाव में पीपमवाद पडनाबढ़ना, छडियां कमजोर पड जानाहोना, चिडचिडा स्वभाव हो जाना, खून का बहना, मसूडों से खून व पीपमवाद बहना,लकवा पख्षाघात हो जाना, रक्त विकार, मुंह से बदबू आना,हरीर कमजोर होना,पाचन क्रिया में दोष उत्पन्न होना,शवेत श्वेत प्रदर, सन्धि[[संधि शोथ]] व दर्द,पटठों पुटठों की कमजोरी, भूख न लगना, सांस कठिनाई से आना, [[चर्म रोग]], [[गर्भपात]], रक्तरक्ताल्पता कीआदि कमीहो सकते हैं। इनके अलावा से,अल्सर का फ़ोडा, चेहरे पर दाग पड जाना, फ़ेफ़डे कमजोर पडपड़ जाना नजला, जुकाम होना, आंख, कान व नाक के रोग, एलर्जी होना इत्यादि रोग होने की संभावना रहती है।
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==संदर्भ==
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