"गणितीय मॉडल": अवतरणों में अंतर
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किसी भौतिक तंत्र (physical system) या प्रक्रम (process) या अमूर्त तंत्र (abstract system) के विभिन्न अवयवों
गणितीय मॉडल प्रायः संगत तंत्र के सरलीकृत रूप होते हैं। इससे उस तन्त्र की कार्यप्रणाली को आसानी से समझने में सुविधा होती है। इसकी सहायता से यह गणना की जा सकती है कि किस स्थिति में क्या होगा। गणितीय मॉडल की सहायता से ही उस भौतिक तन्त्र का नियन्त्रण भी किया जा सकता है। किसी तन्त्र को कम्प्यूटर द्वारा सिमुलेट (simulate) करने के लिये उस तन्त्र का गणितीय मॉडल बनाना पहली जरूरत है।
गणितीय मॉडल का [[प्राकृतिक विज्ञान
किसी तन्त्र या युक्ति के गणितीय मॉडल को जब किसी [[विद्युत परिपथ]] के रूप में निरुपित किया जाता है तो इस विद्युत परिपथ को [[तुल्य परिपथ]] (equivalent circuit)
== गणितीय मॉडल और मानसिक मॉडल ==
जाने अनजाने हर कोई अनेकों मॉडलों का उपयोग करता है। ये किसी वस्तु या तन्त्र की '''मानसिक मॉडल''' होते हैं। हम अपने अनुभव एवं समझ से बनाये हुए विभिन्न मानसिक मॉडलों के आधार पर ही निर्णय लेते हैं या काम करते हैं। जरूरी नहीं है कि हमारे मस्तिष्क में रची-बसी किसी तन्त्र की मानसिक छवि (मेन्टल इमेज) उस तंत्र के वास्तविक मॉडल से मेल खाती हो।
== गणितीय मॉडल के कुछ उदाहरण ==
=== माल्थस का जनसंख्या मॉडल ===
माल्थस ने विचारा कि जनसंख्या समय के साथ इक्स्पोनेन्सियल रूप से (चरघातांकी रूप से) बढेगी जबकि जीविका के साधन (अनाज आदि का उत्पादन) रेखिइय गति से ही बढेगा। इन मान्यताओं (एसम्प्सन्स) के आधार पर माल्थस ने भविष्य की सम्भावित तस्वीर पेश की।
=== भौतिकी में गणितीय मॉडलों का उपयोग ===
गणितीय मॉडल भौतिकी में बहुत महत्व रखते हैं।
== गणितीय मॉडल बनाने की विधियाँ ==
मुख्यतः दो विधियाँ है:
* सिद्धान्तों
इसके लिये तन्त्र की बनावट एवं कार्यपद्धति का सम्पूर्ण ज्ञान आवश्यक है।
* '''तन्त्र की पहचान (सिस्टम आइडेन्टिफिकेशन)''' : इसमें तन्त्र को सम्यक प्रकार का इन्पुट देकर ऑउटपुट रिकार्ड कर लिया जाता है।
सिस्टम आइडेन्टिफिकेशन की मुख्यतः दो विधिया हैं:
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** आवृत्ति-डोमेन में , अलग-अलग आवृत्ति के साइनस्वायडल (साइन आकार वाले) संकेत देकर उनके संगत ऑउटपुट का आयाम व कला (फेज) नापकर
== गणितीय मॉडल के लाभ ==
*
* गणितीय मॉडल, भौतिक मॉडल की तुलना में बहुत अधिक लचीला और उपयोगी होता है:
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** वे भी राशियाँ मापी/गणना की जा सकती हैं जिन्हें भौतिक तन्त्र में देख पाना कठिन/असम्भव होता है।
* गणितीय मॉडल
** भौतिक तन्त्रों पर प्रयोग प्रायः खतरनाक होते हैं।
** भौतिक तन्त्रों पर लोगों को पैसे खर्च करके प्रशिक्षित करना पड़ता है।
* गणितीय मॉडल अन्तर्दृष्टि प्रदान करने में मदद करते हैं।
== मॉडल का वर्णन ==
* ट्रान्सफर फंक्शन के रूप में
* स्टेट-स्पेस
* ब्लॉक के रूप में ( जैसे [[सिमूलिंक]] या [[साईकॉस]] की सहायता से)
== मॉडल के प्रकार ==
* रेखीय (लिनियर)
* अरेखीय तन्त्र (नॉन-लिनियर)
== इन्हें भी देखें ==
* [[भौतिक मॉडल]]
* [[सिमुलेशन]] (Simulation)
* [[सांख्यिकीय मॉडल]] (Statistical model)
== वाह्य सूत्र ==
* McLaughlin, Michael P. ( 1999 ){{PDFlink | [http://www.causascientia.org/math_stat/Tutorial.pdf 'A Tutorial on Mathematical Modeling'] |264 [[Kibibyte|KiB]]<!-- application/pdf, 271238 bytes -->}}
* Patrone, F. [http://www.diptem.unige.it/patrone/differential_equations_intro.htm Introduction to modeling via differential equations], with critical remarks.
[[श्रेणी:गणित]]
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[[mn:Математик загварчлал]]
[[nl:Wiskundig model]]
[[pl:Modelowanie matematyczne]]
[[pt:Modelo (matemática)]]
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