"पंजाबी साहित्य": अवतरणों में अंतर

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'''आधुनिक पंजाबी साहित्य''' मुख्यत: [[सिख धर्म|सिक्खों]] की देन हैं और उसमें सिक्खपन का अधिक स्थान मिला है। किंतु जीवन की एकांगिता रहते हुए भी साहित्य प्राय: लौकिक है। इस युग के आदि कवि [[भाई वीरसिंह]] (1872-1957 ई.) माने जाते हैं। उनका "राण सूरतसिंह" (1915) 35 सर्गों का अतुकांत प्रबंध काव्य है। इसका उद्देश्य सिक्ख सिद्धांतों की प्रतिष्ठा है। उनकी "लहराँ दे हार" रहस्यवादी रचना है। "मटक हुलारे" में प्रकृतिचित्रण और "बिजलियाँ दे हार" में देशप्रेम मिलता है। प्रो. [[पूर्ण सिंह]] (1882-1932 ई.) की कविता में वेदांती बौद्ध और पाश्चात्य विचारों का गूढ़ प्रभाव है। इनके विचारों और अलंकारों में अपनी मौलिकता भी स्पष्टत: लक्षित होती है। [[धनीराम चात्रिक]] (जन्म 1876 ई.) यथार्थवादी किंतु निराशावादी कवि हैं। उनके "[[भरथरी हरि]]" और "[[नल दमयंती]]" में शैली और विचारधारा पुरानी है, बाद की कविताओं में शहरी जीवन का चित्रण मौलिक ढंग से हुआ है। पंजाबी काव्य को नए मोड़ देनेवाले कवियों में प्रो. मोहनसिंह (जन्म 1905 ई.) सर्वविदित हैं। ईश्वर, जीवन, प्रेम, समाज और प्रकृति के प्रति उनकी नवीन और मौलिक दृष्टि है। "सावे पत्तर" "कसुंभड़े" में वे शरीरवादी और मानववादी हैं तो "अधवाटे" में समाजवादी और छायावादी बनकर आए हैं। मोहनसिंह गीतकार भी है और शैलीकार भी। काव्य में उन्होंने कई नए प्रयोग चलाए हैं। [[अमृता प्रीतम]] (जन्म 1909) के अनेक कवितासंग्रह प्रकाशित हैं। ये बड़ी सफल गीतकार हैं। इनकी कविता की प्रेरक शक्ति प्रेम है जो अब मानव प्रेम में परिवर्तित होता जा रहा है। [[गोपालसिंह दर्दी]] का "हनेरे सवेरे" काव्य संग्रह उल्लेखनीय है। वे समाज के पापों का चित्रण करने में दक्ष हैं।
 
==प्रमुख पंजाबी साहित्यकार==
* [[वारिस शाह]]
* [[जाका शाह]]
* [[बुल्ल्हे शाह]]
* [[पंजाबी कवी हाशिम|हाशिम]]
* [[सुलतान बाहू]]
* [[नवतेज घुमाण]]
* [[शिव कुमार बटालवी]]
* [[अंम्रिता प्रीतम]]
* [[करतार सिंघ दुग्गल]]
* [[मोहन सिंघ]]
* [[पाश]]
* [[राम सरूप अणखी]]
* [[गुरबखश सिंघ प्रीतलड़ी]]
* [[नानक सिंघ]]
* [[इलआस घुमाण]]
* [[सुरजीत पातर]]
* [[भाई वीर सिंघ]]
* [[धनी राम चात्रिक]]
* [[हरजदर सिंघ दिलगर]]
* [[गुरदिआल सिंघ]]
* [[सोहण सिंघ सीतल]]
* [[संत सिंघ सेखों]]
* [[जसवंत सिंघ कंवल]]
* [[प्रो. पूरन सिंघ]]
* [[प्रो. पिआरा सिंघ पदम]]
* [[देव थरीके वाले]]
 
[[श्रेणी:साहित्य]]