"मैग्नीसियम": अवतरणों में अंतर

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'''मैग्नेशियम''' ({{pron-en|mæɡˈniːziəm}}) एक रासायनिक तत्त्व है, जिसका चिह्न है '''Mg''', [[परमाणु संख्या]] १२ एवं सामान्य ऑक्सीडेशन संख्या +२ है। है। यह [[कैल्शियम]] और [[बेरियम]] की तरह एक [[एल्केलाइन अर्थ धातु]]<ref name="हिन्दुस्तान"/> है एवं [[पृथ्वी]] पर आठवाँ बहुल उपलब्ध तत्त्व है तथा भार के अनुपात में २% है,<ref name="Abundance">{{cite paper |title=अबन्डैन्स एण्ड फ़ॉर्म ऑफ द मोस्ट अबन्डैन्ट एलिमेंट्स इन अर्थ्स कॉण्टिनेंटल क्रस्ट|format=PDF |accessdate=१५ फरवरी, २००८|url=http://www.gly.uga.edu/railsback/Fundamentals/ElementalAbundanceTableP.pdf}}</ref> और पूरे ब्रह्माण्ड में नौंवा बहुल तत्त्व है। <ref>{{cite book|last=हाउसक्रॉफ्ट|first=कैथेरीन ई.|coauthors=शार्प, ऐलन जी.|title=इनॉर्गैनिक कैमिस्ट्री|publisher=पियरसन|location=हैर्लो, इंग्लैंड|date=२००७|edition=३|chapter=ग्रुप-२ मेटल्स|isbn=9780131755536}}</ref><ref>{{cite book|last = ऐश|first = रुस्सल|title = द टॉप १० ऑफ एवरीथिंग, २००६: द अल्टिमेट बुक ऑफ लिस्ट्स|publisher = डीके पब|year = २००५|url = http://plymouthlibrary.org/faqelements.htm|isbn = 0756613213}}.</ref> इसके बाहुल्य का संबंध ये तथ्य है, कि ये सुपरनोवा तारों में तीन [[हीलियम]] नाभिकों के [[कार्बन]] में शृंखलागत तरीके से जुड़ने पर मैग्नेशियम का निर्माण होता है। मैग्नेशियम आयन की जल में उच्च घुलनशीलता इसे सागर के जल में तीसरा बहुल घुला तत्त्व बनाती है।<ref>{{cite news|url=http://www.seafriends.org.nz/oceano/seawater.htm#composition|title=द कैमिकल कंपोज़ीशन ऑफ सी-वॉटर|author=एन्थोनी जे फ़्लोर|date=२००६}}</ref> मैग्नीशियम सभी जीव जंतुओं के साथ [[मनुष्य]] के लिए भी उपयोगी तत्त्व है। यह प्रकाश का स्नोत है और जलने पर श्वेत प्रकाश उत्सर्जित करता है। यह [[मानव]] शरीर में पाए जाने वाले पांच प्रमुख रासायनिक तत्वों में से एक है। मानव शरीर में उपस्थित ५०% मैग्नीशियम अस्थियों और हड्डियों में होता है जबकि शेष भाग शरीर में हाने वाली जैविक कियाओं में सहयोगी रहता है।
 
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एक स्वस्थ आहार में इसकी पर्याप्त मात्रा होनी चाहिये। इसकी अधिकता से अतिसार और न्यूनता से न्यूरोमस्कुलर समस्याएं हो सकती है। मैग्नीशियम हरी पत्तेदार सब्जियों में पाया जाता है।<ref name="हिन्दुस्तान">[http://www.livehindustan.com/news/tayaarinews/gyan/67-75-119172.html मैग्नीशियम]|हिन्दुस्तान लाईव।२४ मई, २०१०</ref> इसकी खोज सर [[हंफ्री डेवी]] ने [[१८०८]] में की थी। असल में डेवी ने वास्तव में धातु के एक [[ऑक्साइड]] को खोजा था, जो बाद में एक तत्व निकला। एक अन्य मान्यता अनुसार कि मैग्नीशियम की खोज [[१८वीं शताब्दी]] के मध्य में हुई थी। वैसे इसके एक यौगिक एप्सम लवण की खोज १७वीं शताब्दी में हो चुकी थी और वह आज भी प्रयोग में आता है। इसका एक अन्य यौगिक [[मिल्क ऑफ मैग्नीशिया]] कहलाता है। मैग्नीशियम अन्य तत्वों के साथ सरलता से अभिक्रिया कर यौगिक बना लेता है, जिस कारण यह प्रकृति में सदा यौगिकों के रूप में उपस्थित होता है। [[सागर]] का जल मैग्नीशियम का एक बड़ा स्रोत है, अतः कई धातु-शोधक कंपनियां इसे सागर से शोधित कर इसका औद्योगिक प्रयोग करती हैं। विलयन पर यह [[चांदी]] जैसा सफेद और भार में अपेक्षाकृत हल्का हो जाता है।<ref name="हिन्दुस्तान"/> धातु रूप में यह विषैला(''टॉक्सिक'') नहीं होता, किन्तु जलाने पर यह विषैला प्रभाव छोड़ता है। इसीलिए गर्म मैग्नीशियम का प्रयोग करते समय नाक को सावधानी से बचाकर काम करना चाहिए। मैग्नीशियम हल्का तत्व होने पर भी काफी मजबूत होता है। इस कारण ही इसे मिश्र धातुओं और अंतरिक्ष उद्योग के लिए उपयोगी माना जाता है। कुछ उच्च क्षमता वाले स्वचालित यंत्रों में भी इसका प्रयोग किया जाता है।