"वज्रासन": अवतरणों में अंतर
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[[श्रेणी:योगासन]]
इस्के करने से आप पाते है विर्य व्रिधि ओर ब्रह्म्च्र्य कि सुरक्शा।
[[विधि ]]
दोनों घुटने सामने से मिले हों | पैर की एडियाँ बाहर की और पंजे अन्दर की और हों |
बायें पैर के अंगूठे के आस पास मैं दायें पैर का अंगूठा |
दोनों हाथ घुटनों के ऊपर |
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