→‎नित्यानंद: नया विभाग
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आपके द्वारा बनाये उपरोक्त व्यक्तियों के लेख हाल के परिवर्तनों पर नज़र डालते हुए देखे। काफी अच्छे बनाये हैं। हां [[नित्यानन्द स्वामी (राजनीतिज्ञ)]] के लेख में २-३ संदर्भ लग जायें तो आलेख में डल दूं। और [[नित्यानन्द स्वामी (परमहंस)]] लेख में चाहें तो एक सुझाव देता हूं: जब कोई लेख बनायें और उसमें विषयवार पाठ्य मात्रा काफी कम हो, यानि ४-५ वाक्यों के अनुच्छेद भि न बन पायें तो उपशीर्षकों में विभाजित करने से लेख में खाली पन और बिखराव झलकता है। इसी के स्थान पर उन उपशीर्षकों को हटा कर २ साफ अनुच्छेद बनायें तो बेहतर लगेगा। मुझे भी ये तकनीक नहीं पता थी, सोचता था कि अनेक उपशीर्षक डालने से लेख लंबा लगेगा। तब हमारी गुरुजी ने ये बात बतायी। उनके बनाये अनेक लेख यहां और अन्यत्र पढ़े। उसी मंत्र पर अब आलेख की रचना करता हूं। आपत्ति न हो तो मैं [[नित्यानन्द स्वामी (परमहंस)]] में कुछ बदलाव कर सकता हूं। वैसे इसमें अभी मात्र १५८ शब्द हैं, जिनमें उनका नाम ही ५ बार आया है। अतः ७५ शब्द का पाठ तो अवश्य ही और चाहिये होगा। यदि बढ़ा पाओ तो बढ़ा दो। --<small><span style="border:1px solid #0000ff;padding:1px;">'''प्र:'''[[User:आशीष भटनागर|<b>आशीष भटनागर</b>]][[User_talk:आशीष भटनागर|<font style="color:#FF4F00;background:#4B0082;"> &nbsp;वार्ता&nbsp;</font>]] </span></small> ११:४२, ५ जून २०१० (UTC)
 
==प्रबन्धक के लिए नामांकरण==
मैने [[विकिपीडिया:प्रबन्धक पद के लिये निवेदन|यहाँ]] पर आप को प्रबन्धक पद के लिए नामांकित किया है| कृपया अपना विचार [[विकिपीडिया:प्रबन्धक पद के लिये निवेदन|यहाँ]] व्यक्त कीजिए। धन्यवाद।--[[सदस्य:युकेश|युकेश]] १३:०३, ५ जून २०१० (UTC)