"काश्गर": अवतरणों में अंतर

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'''काशगार''' मध्य जम्बुद्वीप में स्थित एक नगर है । यह [[अमू दरिया]] वादी से [[खोकंद]], [[समरकंद]] , [[अलमाटी]] , [[अक्सू]] , और [[खोतान]] मार्गों के बीच स्थित है । पुराकाल से ही काशगार व्यापार तथा राजनीति का केन्द्र रहा है।
 
[[Image:Kashgar-mezquita-id-kah-d01.jpg|thumb|300px|[[ईद गाह मस्जिद, काशगुर]]]]
 
काशगुर अवामी जमहूरीया [[चीन]] के हओ-दमुख़तार इलाके [[सन्कियानग]] का एक शहर है जिस की आबादी 205,056 (बमुताबिक 1999ए) है।
 
ये शहर [[सहरािऐ तकल्इमकान]] के मग़रिब की जानिब [[कोह तयानि शयानि]] के दामन में [[दरयाऐ काशगुर]] के किनारे पर वाक़िअ है। [[सतह समुंद्र]] से इस की बुलंदी 1290 मीटर (4232 फुट) है।
 
वादि [[जीहओ-ं]] की जानिब से [[खोक़ंद]], [[समुरक़निद]], [[उलमाते]] और दीगर शहरों से आने वाले रास्तों के वुस़्त में वाक़िअ होने के बाइस माज़ी में ये शहर सयासी ओ- कारोबारी मरकज़ रहा है।
 
मौजूदा शहर के 200 किलोमीटर दूर मग़रिब से [[करगज़सतान]] की सरहद के क़रीब [[शाहराह रेशम]] गज़रत्ती है जहां से जनूब मग़रिब की जानिब [[बलख]] और शुमाल मग़रिब की जानिब [[फरगाना]] के आसान रास्ते जाते हैं।
 
काशगुर बज़रीआ [[शाहराह कराकरम]] ओ- [[दर्राह खन्नजुराब]] [[पाकिस्तान]] के दारुलहकूमत [[इस्लाम आबाद]] से मुनसलिक है और दर्राह तौरगुरत और अरक्षतिअम से [[करगज़सतान]] से मिला हुआ है।
 
दरयाऐ काशगुर से ज़रख़ेज़ होने वाली ज़मीनों पर [[कपास]], [[अनाज]] और [[फ़ल]] काश्त किए जाते हैं। अलावा अज़ीं क़रीबी चुरा गउहूं में गुला बानी मबानी भी की जाती है। क़दीम [[शाहराह रेशम]] के किनारे वाक़िअ इस शहर में सदीयों से ताजिरों के कारवानों के लिए रवायती हाथ से बने कपास और रेशम के पारचा जात, [[कालीन]], चमड़े की मसनूआत और जे़वरात तैयार किए जाते थे जो आज भी यहां की अहम सनअत हैं। [[तर्क बाशिंदे|तर्कों]] के [[अवीग़ौर]] क़बीले से ताल्लुक रखने वाले [[मुस्लमान]] यहां अक्सरीयत में हैं।
 
== तारीख़ ==
 
चीनी इस शहर को पहले शिव-फु कहा जाता था और ये [[206 क़ म|206 क़बल मसीह]] से [[220ए]] तक [[हाँ ख़ानदान|हाँ]] और [[618ए]] से [[907ए]] तक [[तअंग ख़ानदान]] के ज़ेर इक़तिदार रहा।
 
751ए में [[जंग तआलास]] में चीनीयों को अरबओ-ं के हाथों ज़बरदस्त शिकस्त हुई और काशगुर मिल्लत इस्लामीया में शामिल होगया और आज भी यहां मुसलमानों की अक्सरीयत है। ये शहर [[1219ए]] में [[चंगेज़ ख़ान]] के हमलों से तबाह हुआ। [[मार्कओ- पोलो]] ने 1273ए में काशगुर की सैर की।
 
1389ए में काशगुर [[अमीर तैमूर]] के अताब का निशाना बिना।
 
तर्क, अवीग़ौर, मंगोल और दीगर वुस़्त एशियाई सल़्तनतों का हिस्सा बनने के बाद [[1759ए]] में [[चंग ख़ानदान]] के एद में काशगुर एक मरत्तबा फिर चीन का हिस्सा बन गया, यूं [[मशरक़ी तरकसतान]] चीनी तरकसतान बन गया। मुसलमानों ने कई मरत्तबा हुकूमत वक्त के ख़िलाफ़ ब़गावत की लेकिन हर मरत्तबा उसे कुचल दिया गया।
 
इन में मशहूर तरीन ब़गावत [[याक़ूब बेग]] की ज़ेर क़यादत हुई थी, जिन के एद में आज़ाद तरकसतान की हुकूमत 1865ए से 1877ए तक कायम रही और इस का दारुलहकूमत काश्तर था। ीएको बेग के इंतिक़ाल के बाद [[1877ए]] में चंग ख़ानदान ने इलाके पर मुकम्मल कंट्रोल हासिल करलिया।
 
== काबुल दीद मुक़ामात ==
 
* [[ईद गाह मस्जिद, काशगुर|ईद गाह मस्जिद]] शहर के वुस़्त में वाक़िअ है जो चीन की सब से बड़ी [[मस्जिद]] है
 
* [[माओ ज़ऐ तंग]] का मुजस्समा, बुलंदी 18 मीटर (59 फुट)
 
* [[अबख खवजह]] का मज़ार शहर से 5 किलोमीटर शुमाल मशरिक़ में वाक़िअ है। वुस़्त काशगुर में इन के अहल ख़ाना के के दीगर अरकान के मजा रात हैं।
 
[[श्रेणी:भूगोल]]