"इंद्रावती नदी": अवतरणों में अंतर

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इंद्रावती नदी बस्तर के लोगों के लिए आस्था और भक्ति की प्रतीक है।<ref>{{cite web |url=http://uti.choice.gov.in/district-news/bastar |title = बस्तर - छत्तीसगढ़ - जनसंपर्क विभाग|accessdate= १ जुलाई, २०१०}}</ref> इस नदी के मुहाने पर बसा है छत्तीसगढ़ का शहर जगदलपुर। यह एक प्रमुख सांस्कृतिक एवं हस्तशिल्प केन्द्र है। यहीं पर मानव विज्ञान संग्रहालय भी स्थित है, जहां बस्तर के आदिवासियों की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक एवं मनोरंजन से संबंधित वस्तुएं प्रदर्शित की गई हैं।<ref name="अपडेट">{{cite web |url=http://www.cgnewsupdate.com/cnu/district_detail.php?distt_id=13&d_name=bastar |title = जिला बस्तर|accessdate= १ जुलाई, २०१०}}</ref> डांसिंग कैक्टस कला केन्द्र, बस्तर के विख्यात कला संसार की अनुपम भेंट है। यहां एक प्रशिक्षण संस्थान भी है। इसके अलावा [[इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान]] इंद्रावती नदी के किनारे बसा हुआ है। उद्यान का कुल क्षेत्रफल २७९९ वर्ग किमी है।<ref>{{cite web |url=http://www.indiawildliferesorts.com/national-parks/indravati-national-park.html |title = इंडियन वाइल्डलाइफ़ |accessdate=१३ जनवरी, २००९}}</ref>[[जगदलपुर]] के निकट इंद्रावती नदी एक विशाल जल प्रपात बनाती है। यह जल प्रपात चित्रकोट जल प्रपात के नाम से जाना जाता है।
जगदलपुर के निकट मात्र ४० किमी की दूरी पर स्थित चित्रकोट जलप्रपात स्थित है। अपने घोडे की नाल समान मुख के कारण इस जाल प्रपात को भारत का निआग्रा भी कहा जाता है। यहां इंद्रावती नदी ९० फुट की उंचाई से प्रपात रूप में गिरती है। यहां मछली पकड़ने, नाव चलाने और तैराकी की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। यह जलप्रपात कनाडा के [[नियाग्रा जलप्रपात]] के बाद विश्व का दूसरा सबसे बडा जलप्रपात माना जाता है। यहाम से १० किमी की दूरी पर नारायणपाल मंदिर स्थित है।<ref name="अपडेट"/>
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|caption = चित्रकोट जलप्रपात में इंद्रावती नदी ९० फीट की ऊंचाई से घोड़े की नाल के रूप में गिरती है। इसे भारत का नियाग्रा भी कहा जाता है।
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