"दासबोध": अवतरणों में अंतर

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'''दासबोध''' [[मराठी]] संत-साहित्य का एक प्रमुख ग्रंथ है। इसकी रचना 17वीं शताब्दी में महाराष्ट्र के तेजस्वी संत [[समर्थ रामदास|श्री समर्थ रामदास]] ने की। इस ग्रंथ का [[महाराष्ट्र]] में बहुत अधिक सम्मान है। [[हिंदी]] भाषा जाननेवाले [[रामचरितमानस|श्रीरामचरित मानस]] को जितने आदर की दृष्टि से देखते हैं उतने ही आदर की दृष्टि से मराठी जाननेवाले दासबोध को देखते हैं। महाराष्ट्र का व्यक्तित्व गढ़ने में इस ग्रंथ का महत्व सर्वाधिक है।