"धनिष्ठा": अवतरणों में अंतर

No edit summary
छो साँचा {{आधार}}
पंक्ति 1:
{{आधार}}
[[चित्र:Delphinus_constellation_map.png|300px|right|thumb|{{PAGENAME}}]]
धनिष्ठा नक्षत्र के अंतिम दो चरणों में जन्मा जातक गू, गे नाम से जाना जा सकता है। मंगल इस नक्षत्र का स्वामी है, वहीं राशि स्वामी शनि है। मंगल का नक्षत्र होने से ऐसे जातक ऊर्जावान, तेजस्वी, पराक्रमी, परिश्रम के द्वारा सफलता पाने वाला होता है। कुंम राशि में जन्मा होने से ऐसे जातक स्थिर स्वभाव के होते हैं।