"तालपत्र": अवतरणों में अंतर

 
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[[चित्र:Tamil palm leaf ~300 BC.jpg|center|600px|thumb|लगभग ३०० ईसापूर्व का तमिल तालपत्र]]
[[ताड़]] (ताल) के सूखे पत्तों पर लिखी [[पाण्डुलिपि|पाण्डुलिपियाँ]] '''तालपत्र''' कहलाती हैं। पाण्डुलिपि के लिये तालपत्र का उपयोग [[एशिया]] के कुछ भागों (मुख्यत: [[भारत]]) में १५वीं शती ईसापूर्व तक मिलता है। आरम्भ में ज्ञान मौखिक रूप से एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में स्थानान्तरित होता था। किन्तु [[लिपि]] के आविर्भाव के उपरान्त ज्ञान को तालपत्रों पर लिखकर सुरक्षित किया जाने लगा।