"मुज़फ़्फ़राबाद": अवतरणों में अंतर

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==इतिहास==
 
O/C
 
सरदार अतीक़ अहमद ख़ान ने अपोज़ीशन और फअरोड़द ब़्लाक की तरफ़ से मुमकिना अदम एतमाद की तहरीक को नाकाम बनाने के लिए छब्बीस रुकनी पुरानी काबीना तोड़ कर नीि अनीस रुकनह काबीना का ऐलान कर दिया है।
V/O
नई अनीस रुकनी काबीना में चौदह वुज़रा , तीन मुशीर और एक मुआवन ख़सूसी को शामिल क्या गया है। वुज़रा के महुक्मों का ऐलान कुल मुस्लिम कान्फ़्रैंस की पारलीमानी पार्टी के इजलास में क्या जा ऐ गा।
जिन अरकान असैंबली को का बीना मीन शामिल क्या गया इन के नाम ये हैं।
* राजी नसीर, चौहदरी यूसुफ , सिद्दीक़ बटली,मुल्क नवाज़, अली शान सोनी,शफ़ीक़ जराल, राजी मुन्सिफ़ दाद , चौहदरी रुख़सार,नजीब नक़ी,मुर्तज़ा गिलानी,अब्द अलरशीद अब्बासी,अकबर इबराहीम, हा फज़ अहमद रज़ा और क़य्यूम नियाज़ी जबकि राजी या सेन, तारिक़ फारूक़ , नाहीद तारिक़, शम्मा मुल्क मुशीर और चवोदरी इस्माईल वज़ीर आज़म आज़ाद कश्मीर के मुआवन ख़सूसी हूं गे।
नई काबीना में फारओ-ड ब़्लाक से सिद्दीक़ बटली को शामिल क्या गया है।
यार रहे वज़ीर आज़म ने रियासत आज़ाद जम्मू ओ- कश्मीर के अबूरी आीिन ऐक्ट अनीस सो चोहत्तर के तहत हा सल्ल शूदा इख़्तयारात को इस्तेमाल कर ते हवे वुज़रा को जबकि आज़ाद हुकूमत के क़वायद कार अनीस सो पचासी के क़ाअदा छह ए के तहत मुशीरों को इन के एदओ- ं से सबकदोश क्या।
 
==2005 ज़लज़ला==