"नंदाकिनी नदी": अवतरणों में अंतर

छो साँचा {{आधार}}
छो Removing {{आधार}} template
पंक्ति 1:
 
{{आधार}}
'''नंदाकिनी नदी''' [[गंगा]] नदी की पांच आरंभिक सहायक नदियों में से एक है। यह नदी तथा अलकनंदा नदियों के संगम पर [[नन्द प्रयाग]] स्थित है । यह सागर तल से २८०५ फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित है । यहां पर गोपाल जी का मंदिर दर्शनीय है। नंदप्रयाग का मूल नाम कंदासु था जो वास्तव में अब भी राजस्व रिकार्ड में यही है। ऐसा कहा जाता है कि [[स्कंद पुराण]] में नंगप्रयाग को कण्व आश्रम कहा गया है जहां दुष्यंत एवं शकुंतला की कहानी गढ़ी गयी। स्पष्ट रूप से इसका नाम इसलिये बदल गया क्योंकि यहां नंद बाबा ने वर्षों तक तप किया था।