"बादल फटना": अवतरणों में अंतर

पंक्ति 9:
 
== भारतीय उपमहाद्वीप में घटनायें ==
भारत में [[बंगाल की खाड़ी]] और [[अरब सागर]] से उठे मॉनसून के बादल जब उत्तर की ओर बढ़ते हैं, तब उनका [[हिमालय]] के क्षेत्र में फटने का खतरा सबसे अधिक रहता है। जब यह बादल हिमालय से टकराकर फटते हैं तो क्षेत्र में ७५ मिमी/घंटा की दर से बारिश होती है।<ref>[http://www.weathernotebook.org/transcripts/2001/09/05.html Cloudburst In The Subcontinent] Weathernotebook.org</ref>


भारत में बादल फटने की सबसे अधिक घटनाएं [[हिमाचल प्रदेश]] में होती हैं। [[२६ जुलाई]] [[२००५]] को भारत की आर्थिक राजधानी [[मुंबई]] में बादल फटे थे जिसके कारण पूरा शहर जलमग्न हो गया था। इसी तरह [[१८ जुलाई]] [[२००९]] को [[पाकिस्तान]] के शहर [[कराची]] में बादल फटने के कारण भारी तबाही हुई थी, जहाँ सिर्फ दो घंटे में २५० मिमी वर्षा दर्ज की गयी थी।
 
[[६ अगस्त]] [[२०१०]] को भारतीय राज्य [[जम्मू और कश्मीर]] के [[लद्दाख]] क्षेत्र के शहर [[लेह]] में सिलसिलेवार ढंग से फटे कई बादलों ने लगभग पूरा पुराना लेह शहर तबाह कर दिया। इस घटना में ११५ लोगों की मृत्यु हो गयी जबकि ३०० से अधिक लोग घायल हो गये।<ref>[http://www.worldsnap.com/news/national/at-least-115-killed-in-leh-by-cloudburst-relief-work-on-87968.html Cloudburst In The Leh]WorldSnap</ref>